आगरा में तहसील सदर के अधिवक्ता 25 मई तक न्यायिक कार्य से रहेंगे विरत

कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए अधिवक्ताओं व दस्तावेज लेखकों ने किया फैसला। हालांकि रजिस्ट्री कार्यालय खुल रहे हैं। मगर रजिस्ट्री नहीं होने से निबंधन विभाग को लाखों रुपये का रोज नुकसान हो रहा है। वहीं तहसील सदर में चोरों ने अधिवक्ताओं के चैंबर के ताले तोड़ दिए।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 08:33 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 08:33 AM (IST)
आगरा में तहसील सदर के अधिवक्ता 25 मई तक न्यायिक कार्य से रहेंगे विरत
आगरा की सदर तहसील में अधिवक्‍ता 25 मई तक कार्य से विरत रहेंगे।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तहसील सदर के अधिवक्ताओं और दस्तावेज लेखक 25 मई तक न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। शनिवार को आनइलाइन बैठक में अधिवक्ताओं और दस्तावेज लेखक संघ ने यह फैसला किया। हालांकि रजिस्ट्री कार्यालय खुल रहे हैं। मगर, रजिस्ट्री नहीं होने से निबंधन विभाग को लाखों रुपये का रोज नुकसान हो रहा है।

सदर तहसील एसोसिएशन के महासचिव लाल बहादुर राजपूत ने कहाकि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर का यह फैसला किया है। तहसील व निबंधन कार्यालय में संक्रमण से बचाव के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। इसके चलते अधिवक्ताओं व दस्तावेज लेखकों के संक्रमित होने की आशंका बरकरार है। महामारी से बचाव के लिए 16 से 25 मई तक न्यायिक व निबंधन कार्य से अधिवक्ता व दस्तावेज लेखक विरत रहेंगे। एअाअइजी निबंधन व एसडीएम सदर को भी इससे अवगत करा दिया गया है। आनलाइन बैठक में मुख्य रूप से महेश सारस्वत, निशांत चतुर्वेदी, सत्य प्रकाश राजौरिया, इंद्रपाल सिंह, भगवान सिंह, बृजेश शर्मा, राजकुमार रावत राजेंद्र कुलश्रेष्ठ आदि मौजूद रहे।

तहसील में अधिवक्ताओं के चैबर के ताले टूटे, मुहर व फाइल ले गए चोर

तहसील सदर में चोरों ने अधिवक्ताओं के चैंबर के ताले तोड़ दिए। वहां से मुहर व फाइल अादि निकालकर ले गए। मामले में तहसील बार एसोसिएशन ने तहसीलदार व पुलिस से शिकायत की है।

चोरों ने तहसील में अधिवक्ता निशांत चतुर्वेदी के चैंबर में टिन शेड में घुसकर उनका बक्से के ताला तोड़ दिया। वहां से मुहर वह अन्य सामाान ले गए। जबकि अधिवक्ता राजीव शाक्य के चैंबर में रखी अलमारी को भी चोरों ने निशाना बनाया। घटना की जानकारी होने पर तहसील बार के महासचिव लाल बहादुर राजपूत ने आक्रोश जताया। तहसीलदार सदर प्रेमपाल सिंह से इसकी शिकायत की। तहसीलदार ने इंस्पेक्टर शाहगंज को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 

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