अपहरण के बाद अधिवक्ता की हत्या, लोगों में रोष

अपहरण के बाद अधिवक्ता की हत्या -जीवनी मंडी के जाटनी का बाग से 26 अक्टूबर की शाम से था लापता -इटावा के भरथना में 27 को नहर में मिली लाश शक के दायरे में ससुराल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 06:00 AM (IST)
अपहरण के बाद अधिवक्ता की हत्या, लोगों में रोष
अपहरण के बाद अधिवक्ता की हत्या, लोगों में रोष

आगरा, जागरण संवाददाता। शहर के जीवनी मंडी इलाके में रहने वाले अधिवक्ता कपिल पवार की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उनकी लाश इटावा के भरथना थाना क्षेत्र स्थित नहर से बरामद हुई है। पुलिस ने अधिवक्ता की सास को हिरासत में लिया है। ससुरालवालों से अधिवक्ता के विवाद की बात भी सामने आई है। पत्‍‌नी इंस्पेक्टर थीं, जिनका गत वर्ष निधन हो चुका है।

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया गुरुवार की रात को अधिवक्ता का शव भरथना में नहर में मिलने का पता चला। अधिवक्ता का अपनी ससुराल वालों से विवाद चल रहा था। हत्या में शामिल आरोपितों का सुराग मिलने के बाद पुलिस टीमें उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश को रवाना कर दी गई हैं।

जीवनी मंडी के जाटनी का बाग निवासी अधिवक्ता कपिल पवार (42 वर्ष) का आस्था सिटी कंपाउंड में प्लाट है। सीओ छत्ता राजीव कुमार ने बताया अधिवक्ता 26 की शाम को अपनी मा से प्लाट पर जाने की बात कहकर कार से निकले थे। रात साढ़े दस बजे तक वह प्लाट पर रहे। इसके बाद से लापता हो गए। उनकी कार भी नहीं मिली है। कपिल शहर के चर्चित जोंस मिल प्रकरण में भी पैरवी कर रहे थे।

कपिल पवार की मा ने 27 अक्टूबर की दोपहर को थाने पहुंचकर उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 72 घटे बाद भी कोई सुराग न मिलने पर मुकदमा अपहरण में तरमीम कर जांच शुरू की गई। गुरुवार की शाम को पुलिस को पता चला कि भरथना के साम्हो में नहर में दो दिन पहले अज्ञात शव मिला था। उसने वहा की पुलिस से उसका फोटो मंगाकर शिनाख्त कराई तो शव अधिवक्ता का निकला।

स्वजन से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अधिवक्ता की पत्नी ममता पवार इंस्पेक्टर थीं। वह आगरा में भी तैनात रह चुकी हैं। पिछले साल प्रयागराज में उनकी तैनाती के दौरान 24 सितंबर को दिमाग की नस फटने पर उन्हें पीजीआइ लखनऊ में भर्ती कराया गया था, जहां 27 सितंबर को उनकी मौत हो गयी थी। पत्नी की मौत के बाद अधिवक्ता का अपनी ससुराल वालों से विवाद चल रहा था।

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