दीवानी में हड़ताल पर रहे अधिवक्ता, मनाया काला दिवस
- नौ वर्ष पहले अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का जताया विरोध - दीवानी के गेट पर प्रदर्शन और एडीएम सिटी को ज्ञापन देकर रखी मांग
आगरा, जागरण संवाददाता। हाईकोर्ट की खंडपीठ को लेकर नौ वर्ष पहले आंदोलनरत अधिवक्ताओं पर पुलिस और पीएसी ने लाठीचार्ज किया था। इस दिन को अधिवक्ताओं ने हर साल की तरह इस साल भी काला दिवस के रूप में मनाया। दीवानी में अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। कुछ अधिवक्ताओं ने दीवानी के बाहर रोड पर प्रदर्शन किया और कुछ अधिवक्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को देकर खंडपीठ की मांग रखी।
दीवानी परिसर में 26 सितंबर 2001 को हुई इस घटना की जांच को सरकार ने मालवीय आयोग गठित किया था। आयोग ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी थी। इसके बाद भी दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस घटना की निदा करते हुए शनिवार को दीवानी में अधिवक्ता अपने कार्य से विरत रहे। ग्रेटर आगरा बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी प्रभाकांत को दिया। इसमें अधिवक्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के साथ ही आगरा में हाईकोर्ट की खंडपीठ बनाए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में एसोसिएशन अध्यक्ष महेश बघेल, सचिव भारत सिंह, दुर्ग विजय सिंह, नरेंद्र शर्मा, हीरेंद्र गुप्ता, प्रशांत पचौरी आदि शामिल रहे। पश्चिमी उप्र राज्य निर्माण जनसंघ के पदाधिकारियों ने दीवानी के गेट नंबर तीन के बाहर रोड पर नारेबाजी की। इनमें चौ. अजय सिंह, वीरेंद्र फौजदार, राजकुमार सिंह, लक्ष्मी नारायण, सुनील कुमार, राधेश्याम त्यागी आदि शामिल थे। यूथ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत भारद्वाज ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के संकट से उबरने के बाद एक बार फिर आगरा में हाईकोर्ट की खंडपीठ के लिए आंदोलन किया जाएगा।