ADA: आगरा में एडीए अफसर किए रहे आंखें बंद, 500 भवनों पर हो गया कब्जा
ताजनगरी शास्त्रीपुरम कालिंदी विहार सहित अन्य योजनाओं के हैं भवन आवंटी हैं परेशान। शिकायतों ने खोली पोल इन योजनाओं में पांच साल से कब्जा कर रहे हैं दूसरे लोग। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने दिए पूरे मामले की जांच के आदेश।
आगरा, जागरण संवाददाता। एक दो नहीं पूरे 500 भवन। जी हां, आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के अफसरों की लापरवाही से इतने भवनों पर कब्जा हो गया है। इन भवनों पर तीन से पांच साल से लोग रह रहे हैं। यह भवन ताजनगरी प्रथम और द्वितीय चरण, शास्त्रीपुरम, कालिंदी विहार, जवाहरपुरम, शहीद नगर, अशोक नगर आवासीय योजना के भवन हैं। इसमें एडीए के कर्मचारियों की मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। शिकायतों ने पोल खोल दी है। शिकायतकर्ता भीम सिंह का कहना है कि शास्त्रीपुरम योजना में 70, ताजनगरी में 30, कालिंदी विहार योजना में 48 लोग प्रमुख रूप से शामिल हैं। एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने जांच दिए हैं।
आखिर किसकी जेब में जा रहा है किराया : कालिंदी विहार में कई भवन ऐसे हैं जिन्हें गुपचुप तरीके से किराए पर उठाया गया है। किराए पर भवन उठाने का आदेश किसने दिया, इसे लेकर अफसर भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है। आवंटियों से हर माह किराया लिया जा रहा है।
जल्द खाली कराए जाएंगे भवन : एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया का कहना है कि विभिन्न आवासीय योजनाओं के 500 भवनों पर लोग कब्जा कर रह रहे हैं। जल्द ही भवनों को खाली कराया जाएगा। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी इसके लिए दोषी है तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
सात भवनों को निरस्त करने की तैयारी : पांच साल से बकाया धनराशि जमा न करने पर पांच आवंटियों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। यह आवंटी शास्त्रीपुरम आवासीय योजना के हैं जिन्हें पांच से सात साल पूर्व भवनों का आवंटन हुआ था। तीन नोटिस के बाद भी आवंटियों ने तीन से पांच लाख रुपये जमा नहीं कराए हैं।