एडीए में अव्यवस्थाओं पर फूटा आक्रोश, हंगामा

एडीए उपाध्यक्ष और बोर्ड सदस्य शिव शंकर में नोकझोंक कक्ष में दिया धरना इंजीनियरों की मिलीभगत से हो रहे अवैध निर्माण

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 12:15 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 12:15 AM (IST)
एडीए में अव्यवस्थाओं पर फूटा आक्रोश, हंगामा
एडीए में अव्यवस्थाओं पर फूटा आक्रोश, हंगामा

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। इसके खिलाफ गुरुवार सुबह 11 बजे एडीए बोर्ड सदस्यों का गुस्सा फूटा पड़ा। नाराज सदस्यों ने एडीए उपाध्यक्ष कक्ष में जमकर हंगामा किया। एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह और सदस्य शिव शंकर शर्मा में नोकझोंक हुई। कक्ष में सदस्य धरने पर बैठ गए। हंगामे के चलते आधा घंटे तक कार्य प्रभावित रहा।

शहर में एडीए के दस वार्ड हैं। इनमें 256 अवैध कालोनिया और 27 हजार अवैध निर्माण हैं। कार्रवाई के नाम पर रस्म अदायगी की जाती है। एडीए की जमीनों पर कब्जा हो रहा है। प्रवर्तन अनुभाग ठीक से काम नहीं कर रहा है। शिकायतों को दबा दिया जाता है। इन्हीं सब शिकायतों को लेकर एडीए बोर्ड के सदस्य शिव शंकर और नगेंद्र दुबे गामा गुरुवार सुबह 11 बजे एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह के पास पहुंचे। उपाध्यक्ष का व्यवहार ठीक नहीं रहा। आरोप है कि उपाध्यक्ष ने बाहर जाने की बात कही। शिकायतों के निस्तारण न होने पर बोर्ड सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। सदस्यों का कहना था कि इंजीनियरों की मनमानी के चलते एडीए की आर्थिक स्थिति खराब है। सरकारी खजाना खाली हो रहा है। एसएस कान्वेंट स्कूल में अवैध निर्माण को सील नहीं किया जा रहा है। रेनबो अस्पताल के सामने भी अवैध निर्माण हो रहा है। चर्च रोड में बिना नक्शा के एक भवन पर तेजी से काम चल रहा है। गांधी नगर पेट्रोल पंप के पास बिना नक्शा पास कराए भवन बन रहे हैं। इसे लेकर एडीए उपाध्यक्ष और सदस्य शिव शंकर शर्मा में नोकझोंक हुई। सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी और कक्ष में धरने पर बैठ गए।

शिकायतकर्ता सुधीर गोयल ने कहा कि इंजीनियरों की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जाएगी। दीप्ति गर्ग, रामकुमार जादौन, दीपक, सूरज शर्मा, वरुण पराशर मौजूद रहे।

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हंगामे के बाद जेई के कार्य क्षेत्र बदले :

एडीए बोर्ड सदस्यों के हंगामे के एक घंटे के भीतर एडीए उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने 14 जूनियर इंजीनियरों (जेई) के कार्य क्षेत्र बदल दिए हैं। तीन इंजीनियरों को प्रवर्तन कार्यो से हटा प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है। जेई अवधराज को रकाबगंज कैंट से कोतवाली, मनोज मिश्रा को कोतवाली से छत्ता, बीएन सिंह को ताजगंज से हरीपर्वत-2, संतोष यादव को अभियंत्रण खंड-4 से हरीपर्वत-1, रघुवीर सिंह को अभियंत्रण खंड 15 से हरीपर्वत-1, राजीव गोविल को लोहामंडी से हरीपर्वत-3, धर्मवीर सिंह को लोहामंडी से ताजगंज, पंकज शुक्ला को लोहामंडी से ताजगंज, राजकपूर को हरीपर्वत-2 के साथ लोहामंडी वार्ड भी, केके सरावगी को हरीपर्वत-1 के साथ शाहगंज-रकाबगंज वार्ड भी, सत्येंद्र कुमार को हरीपर्वत-3 के साथ फतेहपुरसीकरी, केपी सिंह, यूएन पांडेय और बृजेंद्र सिंह को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि एडीए सचिव राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी को ताजगंज, लोहामंडी, शाहगंज, फतेहपुरसीकरी, रकाबगंज, मुख्य अभियंता एसके नागर को हरीपर्वत-1, 2, 3, छत्ता और कोतवाली वार्ड का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। वर्जन.......

- इंजीनियरों की मिलीभगत से शहर में अवैध निर्माण हो रहे हैं। इसकी शिकायत एडीए उपाध्यक्ष से की गई है। उपाध्यक्ष को 14 दिसंबर तक की मोहलत दी गई है।

शिव शंकर शर्मा, सदस्य एडीए बोर्ड - बोर्ड सदस्यों ने अवैध निर्माण को लेकर शिकायतें की थीं। पहले चरण में 14 जेई के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया गया है।

देवेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष एडीए

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