आगरा जिला पंचायत अध्यक्ष के दावेदार को सदस्यों का समर्थन जुटाए रखना बड़ी चुनौती

26 जून को होगी नामांकन प्रक्रिया जरूरत पड़ने पर तीन जुलाई को होगा मतदान। भाजपाई खेमे के दावेदारों ने लगाया एढ़ी चोटी का जोर बसपाई खेमे में छाई शांति। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अब तक किसी भी दल ने अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 09:55 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 09:55 AM (IST)
आगरा जिला पंचायत अध्यक्ष के दावेदार को सदस्यों का समर्थन जुटाए रखना बड़ी चुनौती
जिला पंचायत अध्‍यक्ष पद के लिए उम्‍मीदवार नेतृत्‍व के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए दावेदारों के सामने बड़ी चुनौती सदस्यों का समर्थन जुटाए रखना है। इसके लिए कुछ दावेदारों ने अपने समर्थक सदस्यों का बाहरी लोगों से मेल-मिलाप भी बंद करा दिया है। इनके मोबाइल फोन पर भी संपर्क करना आसान नहीं है। एक-एक सदस्य नखरे उठाए जा रहे हैं। कुछ सदस्य तो असमंजस्य में आ गए हैं कि किसका साथ दें, किसका नहीं? इस पूरे चुनावी खेल में भाजपाई दावेदार ही दंभ भर रहे हैं। सबसे अधिक सदस्य जीताने का दावा करनी वाली बसपा में शांति छाई हुई है। उसके सदस्य ही पार्टी के संपर्क में नहीं हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अब तक किसी भी दल ने अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है। इसके चलते नामांकन पत्रों की बिक्री भी नहीं हो पा रही। दो दिन में एक भी दावेदार नामांकन पत्र खरीदने नहीं आया। कोई भी दावेदार नेतृत्व की बिना सहमति के एक कदम आगे नहीं बढ़ाना चाहता। 26 जून को नामांकन प्रक्रिया होनी है। जिला पंचायत के 51 सदस्यों में से 26 सदस्यों का जिसके पास समर्थन होगा, उसी के सिर पर ताज सजेगा। इस बार अध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित है। सबसे अधिक सदस्य जीतने वाली बसपा अध्यक्ष पद की लडाई में ठंडी पड़ी हुई है। भाजपा के खेमे से तीन दावेदारों के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। हालांकि अब तक नेतृत्व ने किसी को हरी झंडी नहीं दी है। न ही किसी को आशीर्वाद प्रदान किया है, जिससे कि वह दावेदार खुलकर मैदान में आ सके। अब तक नाम घोषित न होने के कारण एक भी दावेदारी नामांकन की तैयारी नहीं कर पा रहा। हालांकि भाजपा के दावेदार सदस्यों का समर्थन जुटाने का दावा कर रहे हैं। 

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