लंबोदर का उदर भरेंगे छप्पन तरह के मोदक

तनु गुप्ता, आगरा: गणेशोत्सव के लिए शहर में उत्साह का माहौल है। एक ओर मूर्तिकार प्रतिमाओं को सजाने संवारने में लगे हुए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Sep 2018 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 07:00 AM (IST)
लंबोदर का उदर भरेंगे छप्पन तरह के मोदक
लंबोदर का उदर भरेंगे छप्पन तरह के मोदक

तनु गुप्ता, आगरा: गणेशोत्सव के लिए शहर में उत्साह का माहौल है। एक ओर मूर्तिकार प्रतिमाओं की साज-सज्जा को अंतिम रूप दे रहे हैं, वहीं गणपति को लगाया जाने वाला भोग भी तैयार किया जा रहा है। शहर के मिष्ठान विक्रेता 10 से छप्पन तरह के मोदक बनाने की तैयारी कर चुके हैं। हर मोदक की अलग विशेषता है। मोदक 300 रुपये प्रति किग्रा से 800 रुपये किग्रा तक में उपलब्ध हैं। समय के साथ बढ़ी मोदक की वैरायटी

पिछले 10 वर्षो से गणपति भोग तैयार कर रहे अशोक अग्रवाल के अनुसार ब्रज में गणेशोत्सव के प्रति बढ़ती मान्यता के अनुरूप मोदक की वैरायटी में भी बढ़ाई जा रही है। हर वर्ष एक नई तरह का मोदक हम तैयार करते हैं। स्पेशल थाली में 31 तरह के मोदक

गणेशोत्सव पर स्पेशल थाली में केसर, चंदन, इत्र, मिश्री, इलायची, दीपक, रोली, चावल, सौंफ आदि पूजन सामग्री के साथ 31 तरह के मोदक शामिल हैं। प्रतिष्ठान स्वामी राजेंद्र गुप्ता के अनुसार थाली में गुड़, चना, आटा, पिस्ता, अंजीर, शहद आदि से बने 31 तरह के मोदक रखे जाते हैं। इस थाली की कीमत 831 रुपये है। एक किग्रा का मोदक भी

भक्तों की आस्था और बजट के हिसाब से मोदक तैयार किए जाते हैं। वैसे एक किग्रा में 30 से 35 तक मोदक होते हैं लेकिन ऑर्डर के हिसाब से एक किग्रा का एक मोदक भी बनाया जाता है। ये हैं प्रमुख मोदक

यूं तो आगरा के मिष्ठान विक्रेता 56 तरह के मोदक बना रहे हैं लेकिन प्रमुख रूप से विभिन्न तरह की दाल और बेसन से बने मोदक अधिक बिकते हैं। चॉकलेट, संतरे, केले, मावे, केसर, कच्चा मावा, भुना मावा, काजू के मोदक भी प्रसाद में चढ़ाए जाते हैं।

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