आगरा में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर बनकर 12 गांव के लाेगों से ठगे 50 लाख

बिजली का बिल कम कराने और नौकरी का झांसा देकर फंसाया था जाल में। सिकंदरा थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा आरोपित को गिरफ्तार कर भेजा जेल। आरोपित की गिरफ्तारी सुनकर कई पीडि़त लोग पहुंच गए थे थाने।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 05:57 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 05:57 PM (IST)
आगरा में बिजली विभाग का जूनियर इंजीनियर बनकर 12 गांव के लाेगों से ठगे 50 लाख
आगरा में बिजली विभाग का जेई बनकर ठगी करने वाला पकड़ा गया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। बिजली का बिल कम कराने और नौकरी लगवाने का झांसा देकर शातिर ने 12 गांव के लोगों को जाल में फंसा लिया था। मीटर रीडिंग लेने वाले आरोपित ने खुद को जेई बताकर तीन वर्ष में 30-40 लोगों से करीब 50 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। एक पीड़ित ने सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने बुधवार को उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

भरतपुर के डींग निवासी राजकुमार सिकंदरा मंडी के सामने 33/31 केवी विद्युत उपकेंद्र के पास रह रहा था। इंस्पेक्टर सिकंदरा कमलेश सिंह ने बताया कि राजकुमार बिजली विभाग में कार्य कर रहे ठेकेदार का कर्मचारी था। इस कारण सब स्टेशन में आता था। वह घर-घर जाकर मीटर रीडिंग लेने का काम करता था। इस दौरान लोगों से बात करके बिजली बिल आधा कराने और नौकरी लगाने का झांसा देता था। खुद को बिजली विभाग में जूनियर इंजीनियर बताता था। उसके द्वारा सिकंदरा, अछनेरा और फरह के 12 गांव के 30-40 लोगों से ठगी किए जाने जानकारी मिली है। छह माह से फरार चल रहा था।पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि राजकुमार लोगों से कहता था कि बिजली बिल आधा हो जाएगा। इसके लिए कुछ रकम देनी होगी। उसकी सेटिंग रेलवे और बिजली विभाग में अच्छी है। दो से तीन लाख में नौकरी लगवा देगा। इससे लोग उसके झांसे में आ जाते थे। कई पी‌ड़ित तीन साल से उसके पीछे लगे थे। उसने रुपये लेने के बाद बिजली का बिल जमा नहीं कराया। किसी की नौकरी भी नहीं लगी। फोन करके रुपये वापस मांगने पर टालमटोल करता था। लोग उसकी तलाश कर रहे थे।

आरोपित की गिरफ्तारी की जानकारी होने पर थाने पहुंचे पीड़ित

अछनेरा के गांव कीठम निवासी सारिफ से राजकुमार ने वर्ष 2020 में दो लाख रुपये लिए थे। उसे आश्वासन दिया था कि रेलवे में नौकरी लगवा देगा। मगर, नौकरी नहीं लगवाई। तब उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था।इसमें 50 लाख रुपये ठगी की बात लिखी गई है। आरोपित की गिरफ्तारी की जानकारी होने पर बड़ी संख्या में लोग बुधवार और गुरुवार को थाना सिकंदरा पहुंचे।उन्होंने भी आरोपित के खिलाफ लिखित शिकायत दीं। पुलिस अब पूर्व के मुकदमे में ही इन्हें शामिल करेगी। डौकी के कौलारा कलां में रहने वाली सारिका की बहन निशा से बिजली का बिल कम कराने के लिए 65 हजार रुपये लिए थे। उनका बिल एक लाख रुपये का आया था।न बिजली का बिल लगा और न ही नौकरी। डौकी निवासी सूरज से 65 हजार रुपये, कीठम निवासी विशनस्वरूप से 21300 रुपये, श्रीकृष्ण शर्मा से 22 हजार रुपये, ओमप्रकाश से 60 हजार रुपये, रामकुमार से 53 हजार रुपये, उमेश से 15 हजार रुपये, अरसेना निवासी बद्री प्रसाद से 15 हजार रुपये, विमलादेवी से 20 हजार रुपये लिए थे। यह सब रकम बिजली का बिल कम कराने के नाम पर ली गई। लोगों का बिल 50 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक था। रकम नकद लेता था, जिससे लिखपाढ़ी में न फंसे।

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