25 गुना सिल्ट से 'गंगाजल' की आपूर्ति बंद, 24 घंटे रहेगा पानी का संकट

आगरा में बुलंदशहर से गंगाजल की आपूर्ति

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:11 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:11 PM (IST)
25 गुना सिल्ट से 'गंगाजल' की आपूर्ति बंद, 24 घंटे रहेगा पानी का संकट
25 गुना सिल्ट से 'गंगाजल' की आपूर्ति बंद, 24 घंटे रहेगा पानी का संकट

आगरा, जागरण संवाददाता।

उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण नदियों में पहाड़ों का मलबा गिरने से गंगाजल में भारी मात्रा में सिल्ट आ रही है, जिस वजह से अपर गंगा कैनाल के जरिए आगरा को 300 एमएलडी गंगाजल सोमवार को कम मिल पाया। इस पानी में सामान्य से 25 गुना ज्यादा सिल्ट यहां पहुंच रही है। सोमवार को अपर गंगा कैनाल का रेगुलेटर बंद का दिया गया, जहां से आगरा के लिए पानी भेजा जाता है। इस पानी की आपूर्ति 85.8 फीसद घटी है। इससे अगले 24 घंटे पूरे शहर में पानी का संकट रहेगा। जल संस्थान के अधिकारियों ने कुछ स्थानों पर टैंकरों से पानी भेजा, लेकिन पानी का प्रेशर कमजोर होने से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

अपर गंगा नहर से बुलंदशहर के पालड़ा फाल को गंगाजल मिलना बंद हो गया है। अब आगरा को स्टाक में से गंगाजल दिया जा रहा है। इसकी मात्रा सामान्य आपूर्ति के मुकाबले सिर्फ 85.8 फीसद है।

रोज 350 क्यूसेक पानी मिल रहा था, सोमवार को 50 क्यूसेक दिया गया। जिसे देखते हुए जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स से 100 और एमबीबीआर प्लांट से 142 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति हुई। जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि 20 टैंकरों से शहरभर में पानी की आपूर्ति की गई। मंगलवार को भी ऐसा ही रहेगा। बुधवार से आपूर्ति सामान्य होगी। दूसरी ओर, जयपुर हाउस, लोहामंडी, गोकुलपुरा, गधापाड़ा, बालूगंज, ताजगंज, नौलक्खा, मधुनगर, सेवला, छावनी परिषद के आठ वार्ड में प्रेशर कमजोर रहा। हमेशा बनी रहेगी समस्या : शहर को पालड़ा झाल बुलंदशहर से गंगाजल मिलता है। गंगाजल में मिट्टी की मात्रा जैसे ही बढ़ती है। गंगाजल की आपूर्ति को कम कर दिया जाता है या फिर इसे बंद कर दिया जाता है। एक साल के भीतर छह बार गंगाजल की आपूर्ति बंद हो चुकी है। - जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स : इसकी क्षमता 225 एमएलडी की है। वर्तमान में वोल्टाज कंपनी द्वारा 90 एमएलडी के प्लांट का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके चलते 135 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हो रही है। इस प्लांट की खासियत यह है कि अगर गंगाजल नहीं मिलता है तो 100 एमएलडी यमुनाजल की आपूर्ति की जा सकती है। इस प्लांट से यमुनापार, कमलानगर, बल्केश्वर, विजय नगर, सुल्तानगंज की पुलिया, गधापाड़ा, बालूगंज, ताजगंज, नौलक्खा, मधुनगर, सेवला, छावनी परिषद के आठ वार्ड में आपूर्ति होती है।

- एमबीबीआर प्लांट : सिकंदरा स्थित इस प्लांट की क्षमता 144 एमएलडी है। इससे यमुनाजल की आपूर्ति होती है। वर्तमान में इस प्लांट को आधी क्षमता पर चलाया जा रहा है। यानी, इससे हर दिन 70 से 72 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है। आगामी 24 घंटे में इस प्लांट को पूरी क्षमता पर चलाया जाएगा।

- गंगाजल प्लांट : सिकंदरा स्थित इस प्लांट की क्षमता 144 एमएलडी है। पालड़ा फाल से गंगाजल की आपूर्ति होती है। आगामी 24 घंटे गंगाजल कम मिलेगा या फिर इसकी आपूर्ति नहीं होगी।

- एमबीबीआर और गंगाजल प्लांट से हर दिन आधे शहर को जलापूर्ति होती है। इन दोनों से कुल 205 से 210 एमएलडी पानी की आपूर्ति होती है। आगामी 24 घंटे 140 से 145 एमएलडी पानी की आपूर्ति होगी।

chat bot
आपका साथी