CoronaVaccine: आगरा में 24 फीसद स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों ने नहीं लगवाई कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज

9285 स्वास्थ्यकर्मियों में से 2300 ने नहीं लगवाई है आगरा में अब तक दूसरी डोज। 28 दिन बाद लगाई जा रही वैक्सीन की दूसरी डोज। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग जुटा कारण जानने में आखिर क्‍यों नहीं आ रहे लोग दूसरी डोज लगवाने।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 03:02 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 03:02 PM (IST)
CoronaVaccine: आगरा में 24 फीसद स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों ने नहीं लगवाई कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज
आगरा में स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को कोरोना वैक्‍सीन की दूसरी डोज लगाई जा रही है।

आगरा, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज भी नहीं लगवाने नहीं पहुंच रहे हैं। दूसरी डोज के चार चरण हो चुके हैं। इन चार चरणों में 9285 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगवाई जानी थी। मगर, 24 फीसद स्वास्थ्यकर्मी दूसरी डोज लगवाने नहीं आए हैं।

कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगने के 28 दिन बाद दूसरी डोज लगाई जाती है। दूसरी डोज लगने के 12 से 14 दिन में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडीज बनने लगती हैं। इसके बाद कोरोना संक्रमण का खतरा नहीं रहता है। यहां 16, 22, 28 और 29 जनवरी को स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। इन्हें दूसरी डोज लगवाने के लिए बुलाया गया। 9285 स्वास्थ्यकर्मियों को को वैक्सीन की दूसरी डोज लगवानी थी। इसमें से 2300 स्वास्थ्यकर्मियों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगवाई है। 76 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों के ही वैक्सीन की दूसरी डोज लगी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा एसके वर्मन ने बताया कि वैक्सीन की दो डोज लगवाना जरूरी है। दूसरी डोज ना लगवाने से शरीर में एंटीबाडीज नहीं बनेंगे। दूसरी डोज न लगवाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों से संपर्क किया जा रहा है, जिससे उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जा सके।

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