आगरा में 224 बीएड कालेज नहीं बनेंगे काउंसलिंग का हिस्सा, मानक पूरे न करना पड़ा भारी

आंबेडकर विश्वविद्यालय ने जारी किया नोटिस मानक करने होंगे पूरे। शासनादेश पर संबद्धता कर दी गई विस्तारित। विश्वविद्यालय की अगले सत्र की मुख्य परीक्षा में परीक्षा केंद्रों का निर्धारण नियंत्रण कक्ष की रिपोर्ट के आधार पर होगा। अगले सत्र में पहले से ही हर परीक्षा केंद्र का भौतिक सत्यापन होगा।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 13 Aug 2021 09:28 AM (IST) Updated:Fri, 13 Aug 2021 09:28 AM (IST)
आगरा में 224 बीएड कालेज नहीं बनेंगे काउंसलिंग का हिस्सा, मानक पूरे न करना पड़ा भारी
आंबेडकर विवि ने बीएड काउंसिलिंग से 224 कॉलेजों को बाहर कर दिया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से संबद्ध 224 बीएड कालेज इस साल काउंसलिंग का हिस्सा नहीं बन पाएंगे।विश्वविद्यालय ने शासनादेश के अनुसार उनकी संबद्धता विस्तारित कर दी है। इन सभी कालेजों को नोटिस जारी कर दिया गया है। 213 बीएड कालेज ही काउंसलिंग में भाग ले सकेंगे।

विश्वविद्यालय से संबद्ध बीएड पाठ्यक्रम संचालित करने वाले कालेजों की संख्या 450 है। इनमें से 224 कालेजों को 2019-20 के लिए ही मान्यता दी थी। इनमें उस वक्त बीएड पाठ्यक्रम के संचालन के लिए आवश्यक मानक नहीं थे, इनको पूरा करने का कार्य चल रहा था। 2020-21 सत्र के लिए मान्यता देने के लिए जब इनका भौतिक सत्यापन कराया, तो पाया कि कालेजों ने मानक पूरे नहीं किए हैं। विश्वविद्यालय द्वारा कई बार चेतावनी भी दी गई, पर कालेजों ने हर चेतावनी को अनसुना कर दिया। अब नए सत्र के लिए बीएड की प्रवेश परीक्षा हो चुकी है। काउंसलिंग भी इसी माह शुरू होगी। इन कालेजों के संचालकों को एक बार फिर नोटिस जारी किया गया है, जिसमें इन्हें सभी मानक पूरे करने को कहा गया है। ऐसा नहीं होने पर आगामी बीएड काउंसिलिंग में इन कालेजों को शामिल नहीं किया जाएगा। 213 कालेज काउंसलिंग का हिस्सा बनेंगे। कार्यकारी कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि शासनादेश के अनुसार बीएड के 224 कालेजों की संबद्धता को नवंबर तक के लिए विस्तारित कर दिया गया था। इन 224 में से 220 ऐसे कालेज हैं, जिनकी अस्थाई संबद्धता को तीन साल से ज्यादा का समय हो चुका है। इन कालेजों पर भी विश्वविद्यालय की नजर है।

नियंत्रण कक्ष से मिली रिपोर्ट तय करेगी परीक्षा केंद्रों का भविष्य

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की अगले सत्र की मुख्य परीक्षा में परीक्षा केंद्रों का निर्धारण नियंत्रण कक्ष की रिपोर्ट के आधार पर होगा। अगले सत्र की मुख्य परीक्षा से पहले हर परीक्षा केंद्र का भौतिक सत्यापन होगा। जिन केंद्रों ने गलत जानकारी दी है, उन्हें परीक्षा केंद्रों की सूची से बाहर रखा जाएगा। 24 जुलाई से शुरू हुई परीक्षा में अब कुछ ही दिन शेष हैं। इस बार मुख्य परीक्षा में 362 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों को खंदारी परिसर में स्थापित नियंत्रण कक्ष से लिंक करने के निर्देश दिए गए थे, किंतु अभी भी दर्जनों ऐसे परीक्षा केंद्र हैं जिन्होंने अपने यहां के सीसीटीव कैमरों को नियंत्रण कक्ष से लिंक नहीं कराया है। परीक्षा केंद्रों ने लगातार नेटवर्क खराब होने, बिजली बाधित होने, सीसीटीवी कैमरे खराब होने की शिकायतें दर्ज कराईं। कई केंद्रों पर सचल दलों को निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। डीपीआर के कमरों पर ताले लगे हुए थे। ऐसे सभी केंद्रों की सूची तैयार कर ली गई है। कार्यकारी कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि अगले सत्र की परीक्षा से पहले हर कालेज का भौतिक सत्यापन होगा, उसके बाद उसे केंद्र बनाया जाएगा। नियंत्रण कक्ष से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा। 

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