Mission Shakti: आगरा के 21 लोग बनें शक्ति चैंपियन, जोखिम भरे स्थानों की पुुलिस को देंगे जानकारी

Mission Shakti आगरा में महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे शक्ति चैंपियंस। महिलाओं बालिकाओं और बच्चों में सुरक्षा और जागरुकता काम करने वाले बनेंगे शक्ति चैंपियंस। आगरा में 21 लोगों काे चुना गया है शक्ति चैंपियंस का दर्जा देने के लिए।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 04:26 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 04:26 PM (IST)
Mission Shakti: आगरा के 21 लोग बनें शक्ति चैंपियन, जोखिम भरे स्थानों की पुुलिस को देंगे जानकारी
आगरा में 21 लोगों काे चुना गया है शक्ति चैंपियंस का दर्जा देने के लिए।

आगरा, जागरण संवाददाता। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षाए सम्मान और स्वालंबन के लिए चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत जागरूकता फैलाने वालों को शक्ति चैंपियंस का दर्जा दिया जाएगा। यह शक्ति चैंपियंस महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के साथ ही उनके प्रति होने वाली हिंसा को रोकने का काम भी करेंगे। शक्ति चैंपियंस महिला कल्याण विभाग का सहयोग करेंगे। आगरा में महिला कल्याण विभाग ने 21 से ज्यादा एेसे लोगों को चिन्हित किया है। जो मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं में जागरूकता की मुहिम चला रहे हैं। इन्हें शक्ति चैंपियंस का दर्जा दिया जाएगा। 

महिला कल्याण अधिकारी वर्तिका दीक्षित ने बताया कि वह लोग जो महिलाओं, बालिकाओं, बच्चों की सुरक्षा, सम्मान और स्वालंबन की दिशा में जागरू करने का काम कर रहे हैं। उन्हें शक्ति चैंपियंस की जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे लाया जा रहा है। इन शक्ति चैंपियंस का चयन ग्राम, ब्लाक और जिला स्तर पर किया जाएगा। इन शक्ति चैंपियंस की जिम्मेदारी ग्राम और अपने वार्ड में महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों को जागरूक करना होगा।

इन हेल्पलाइन नंबर का करेंगे प्रचार-प्रसार

शक्ति चैंपियंस महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों में 1090 वुमन पावर लाइन, 1098 चाइल्ड लाइन, 108 एंबुलेंस, 102 स्वास्थ्य सेवा, 112 इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और 181 महिला हेल्पलाइन का प्रचार एवं प्रसार करने की जिम्मेदारी भी होगी।

महिलाओं और बच्चों के लिए जोखिम भरे स्थानों की पुुलिस को देंगे जानकारी

शक्ति चैंपियंस पुलिस और अधिकारियों को ऐसे स्थानों की जानकारी भी मुहैया कराएंगे जो कि महिलाओं और बच्चों के लिए जोखिम भरे हो सकते हैं । इनमें स्कूल के आसपास शराब की दुकान और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होना । स्कूलों में चहारदीवारी, शौचालय न होना । इसके अलावा अगर किसी घर में महिला या बच्चे के साथ हिंसा या उत्पीड़न होता है तो इसकी जानकारी भी पुलिस को देंगे । जिस रास्ते से महिलाअों और बच्चों का आना जाता होता है । वहां अंधेरा होने पर उनके साथ अनहोनी की आशंका पर प्रशासन से स्ट्रीट लाइट लगवाने की मांग भी शक्ति चैंपियंस कर सकते हैं।

इन मामलों में पुलिस काे कर सकेंगे सीधे रिपोर्ट

शक्ति चैंपियंस घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, शारीरिक और मानसिक शोषण, भिक्षावृत्ति, छेड़छाड़ का विरोध करने के साथ ही इसकी शिकायत पुलिस या संबंधित हेल्पलाइन पर कर सकते हैं। वह पुलिस अधिकािरियों के साथ संयुक्त रूप से महिला एवं बाल शोषण की रोकथाम के लिए जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं।

आगरा से शक्ति चैंपियंस का दर्जा देने के लिए 21 से ज्यादा लोगों के नाम चिन्हित किए गए हैं । इनमें दीपशिखा कुशवाह, अर्शी नाज, लवकेश सेहरा, शिखा दीक्षित, सुकृति सिंह, संघ मित्रा, गंगा धाकड़ एवं रूचि आदि हैं ।

वर्तिका दीक्षित महिला कल्याण अधिकारी 

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