CoronaVirus Side Effect: कोरोना में ड्यूटी से तनाव में आए आगरा के 15 फीसद डाक्टर, आप भी पढ़ें लक्षण
CoronaVirus Side Effect एसएन मेडिकल कालेज में कोविड हास्पिटल और लैब में ड्यूटी करने वाले डाक्टरों पर की गई स्टडी। 42 फीसद डाक्टरों को स्वजनों के संक्रमित होने का बना रहा तनाव। नींद न आना गुमसुम रहना घर न जाना आदि हैं लक्षण।
आगरा, अजय दुबे। केस एक - कोविड हास्पिटल में 15 दिन तक नाइट ड्यूटी करने के बाद 40 साल के डाक्टर को अनिद्रा की समस्या होने लगी। करीब एक महीने तक दो से तीन घंटे की ही नींद आई, मनोचिकित्सक से परामर्श लिया। काउंसिलिंग और दवाओं से ठीक हो गए।
केस दो- कोविड हास्पिटल में ड्यूटी के दौरान परिवार से अलग रहे 46 साल के डाक्टर तनाव में आ गए। ड्यूटी पूरी होने के बाद उन्हें घर जाने पर स्वजनों के संक्रमित होने का डर सताने लगा। 30 दिन तक वे घर से दूर रहे, तीन बार कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट निगेटिव आने पर घर गए।
कोरोना (कोविड हास्पिटल और लैब) में ड्यूटी करने से डाक्टर तनाव में आ गए। 15. 3 फीसद डाक्टरों को मनोचिकित्सक से परामर्श लेना पडा। एसएन मेडिकल कालेज में 250 डाक्टरों पर की गई स्टडी में सामने आया है कि 42 फीसद डाक्टर को स्वजनों के संक्रमित होने का तनाव बना रहा। एसएन मेडिकल कालेज के मनोचिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डा आशुतोष गुप्ता ने बताया कि कोविड हास्पिटल और कोरोना की जांच करने वाले डाक्टरों पर स्टडी की गई।
स्टडी में मार्च 2020 से जनवरी 2021 तक ड्यूटी करने वाले 250 डाक्टर शामिल हुए। इसमें से 15. 3 फीसद डाक्टर ड्यूटी करने से तनाव में आ गए। इन्हें मनोचिकित्सक से परामर्श लेना पडा और तीन से छह महीने में पूरी तरह से ठीक हो सके। जबकि 42 फीसद डाक्टरों को ड्यूटी करने के बाद घर जाने पर स्वजनों के संक्रमित होने का तनाव बना रहा। कई डाक्टर ड्यूटी खत्म होने के बाद एक महीने तक घर नहीं गए। किराए पर रूम लेकर रहे। 40 फीसद को पीपीई, मास्क और सैनेटाइजर को लेकर रहा तनाव स्टडी में सामने आया है कि 40 फीसद डाक्टरों को पीपीई, मास्क और सैनेटाइजर की गुणवत्ता को लेकर तनाव रहा। गुणवत्ता खराब होने पर संक्रमित होने का डर बना रहा। दूसरी लहर में वैक्सीन लगने से तनाव हुआ कम कोरोना की दूसरी लहर में डाक्टरों में तनाव कम देखने को मिला। वैक्सीन लगने से डाक्टर परिवार के साथ रहे और ड्यूटी की। 36 डाक्टर संक्रमित भी हुए, लेकिन मामूली लक्षण ही आए।
ये लक्षण सामने आए
नींद न आना गुमसुम रहना, घर न जाना, घर जाने पर सभी से अलग रहना भूख न लगना काम करने का मन न करना।