पोर्ट करना चाहते हैं अपना नंबर तो आपके आज शाम 5:59 बजे तक का है समय, जानें क्यों

New MNP rules अगर आप आज अपना नंबर दूसरे नेटवर्क में कनवर्ट करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके पास आज शाम 559 बजे तक का ही समय है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 04:09 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 04:09 PM (IST)
पोर्ट करना चाहते हैं अपना नंबर तो आपके आज शाम 5:59 बजे तक का है समय, जानें क्यों
पोर्ट करना चाहते हैं अपना नंबर तो आपके आज शाम 5:59 बजे तक का है समय, जानें क्यों

नई दिल्ली, टेक डेस्क। टेलिकॉम रेग्यूलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) 16 दिसंबर से मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी यानी MNP के लिए नियम लागू करने की तैयारी में है। नए नियमों के तहत जहां पहले MNP के लिए एक हफ्ते का समय लगता था वहीं, 16 दिसंबर के बाद से एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में पोर्ट करने के लिए महज 2 दिन का ही समय लगेगा। ऐसे में अगर आप आज अपना नंबर दूसरे नेटवर्क में कनवर्ट करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके पास आज शाम 5:59 बजे तक का ही समय है। इससे पहले तक आप अपना नंबर पोर्ट करने के लिए यूनिक कोड जनरेट कर सकते हैं।

आज शाम 6 बजे से पहले नंबर हो जाएगा पोर्ट: जैसा कि हमने आपको बताया 16 दिसंबर से नए नियम लागू होंगे। ऐसे में इसके कुछ दिन पहले से MNP सर्विस को बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान यूजर्स MNP नहीं करा पाएंगे. TRAI ने एक रिलीज जारी करते हुए कहा था कि उपभोक्ता 9 दिसंबर शाम 5:59 बजे तक ही नंबर पोर्ट करने के लिए यूनिक कोड जनरेट कर पाएंगे। यह सर्विस 10 दिसंबर से लेकर 16 दिसंबर तक बंद रहेगी। ऐसे में उपभोक्ताओं को नए MNP नियमों का इंतजार करना होगा।

MNP के नए नियम 11 दिसंबर से होने वाले थे लागू: इससे पहले ये नियम 11 दिसंबर से लागू होने वाले थे। TRAI ने बताया था कि टेलिकॉम ऑपरेटर्स की तरफ से उन्हें इनकी टेस्टिंग में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इसके चलते ही नए नियम लाने में देर हुई। TRAI चाहता है कि इन नियमों को लागू करने से पहले अच्छे से टेस्ट किया जाए। इसके लिए MNP सर्विस प्रोवाइडर्स और टेलिकॉम ऑपरेटर्स का तकनीकी सपोर्ट मिलना बेहद आवश्यक है।

क्या होगा नए नियमों का प्रभाव: MNP के नए नियम आने के बाद यूजर्स बिना अपना नंबर बदले एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर में महज 2 दिन में पोर्ट कर पाएंगे। इससे पहले तक यह प्रक्रिया 5 से 7 दिन की थी। आपको बता दें कि मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी सर्विस यूजर के तब काम आती है जब उन्हें बिना अपना नंबर बदले एक ऑपरेटर से दूसरे ऑपरेटर में स्विच करना हो। इसके लिए उन्हें यूनिक पोर्टिंग कोड जनरेट करना होता है। इसी कोड के जरिए नंबर पोर्ट करने में मदद मिलती है।

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