Jio ने TRAI को बताया PM मोदी की डिजिटल क्रांति के खिलाफ

Reliance Jio ने दूरसंचार प्राधिकरण के इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज (IUC) की पॉलिसी को गरीब विरोधी बताया है। Jio ने कहा प्राधिकरण की ये पॉलिसी PM मोदी के डिजिटल इंडिया की सोच के खिलाफ है

By Harshit HarshEdited By: Publish:Sun, 20 Oct 2019 05:31 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 06:50 PM (IST)
Jio ने TRAI को बताया PM मोदी की डिजिटल क्रांति के खिलाफ
Jio ने TRAI को बताया PM मोदी की डिजिटल क्रांति के खिलाफ

नई दिल्ली, टेक डेस्क। तेजी से उभरने वाल दूरसंचार कंपनी Reliance Jio इस समय TRAI से नाराज चल रही है। Reliance Jio ने दूरसंचार प्राधिकरण के इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज (IUC) की पॉलिसी को गरीब विरोधी बताया है। साथ ही Jio ने यह भी कहा है कि प्राधिकरण की ये पॉलिसी PM मोदी के डिजिटल इंडिया की सोच के खिलाफ है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से Reliance Jio और अन्य टेलिकॉम कंपनियों के बीच IUC को लेकर विवाद चल रहा है।

डिजिटल इंडिया मिशन को लगेगा झटका

आपको बता दें कि TRAI ने 1 जनवरी 2020 से एक ऑपरेटर के नेटवर्क से दूसरे ऑपरेटर के नेटवर्क पर कॉल किए जाने पर लगने वाले IUC को खत्म करने की घोषणा की थी, लेकिन अन्य टेलिकॉम कंपनियों ने TRAI से इसकी समयसीमा को बढ़ाने की अपील की है। Jio ने IUC खत्म करने की समयसीमा में किसी भी तरह की छेड़छाड़ को प्राधिकरण की मनमानी, टेक्नोलॉजी विरोधी और पूरी तरह से कमजोर करार दिया है। टेलिकॉम कंपनी प्राधिकरण पर निशाना साधते हुए कहा कि IUC पर TRAI का रवैया, नियामक की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है। इसकी वजह से दूरसंचार क्षेत्र के निवेशकों का भरोसा, प्राधिकरण के प्रति डगमगा सकता है।

समयसीमा बढ़ाने पर न हो समीक्षा

आपको बता दें कि, प्राधिकरण IUC समाप्त करने की समय सीमा 1 जनवरी 2020 से बढ़ाने की समीक्षा कर रहा है। यही कारण है कि पिछले दिनों 9 अक्टूबर को कंपनी ने विज्ञप्ति जारी करके अपने यूजर्स से 6 पैसे प्रति मिनट की दर से IUC चार्ज करने की घोषणा की है। Jio की इस घोषणा के बाद अन्य टेलिकॉम कंपनियों ने Jio का सोशल मीडिया पर मजाक भी उड़ाया था, जिसका बाद में कंपनी ने करारा जबाब दिया है।

2G नेटवर्क हो बंद

Jio का मानना है कि TRAI अगर IUC समाप्त करने की समयसीमा को बढ़ाता है तो ये PM मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने के खिलाफ होगा। Jio का कहना है कि नई टेक्नोलॉजी पर हर नागरिक का हक है, लेकिन कुछ टेलिकॉम कंपनियां चाहते हैं कि पुराने हो चुके 2G/3G सदा बरकरार रहे। इस समय देश के 47 करोड़ यूजर्स 2G नेटवर्क से जुड़े हैं, जो कि डिजिटल क्रांति के लाभ से वंचित हो जाएंगे।

2G यूजर्स डिजिटल क्रांति से वंचित

आपको बता दें कि Jio अपने 4G नेटवर्क पर किसी तरह का नेटवर्क शुल्क (IUC) नहीं लेता है। वहीं, 2G ऑपरेटर्स वॉयस कॉलिंग के लिए 6 पैसे प्रति मिनट की दर से चार्ज वसूलते हैं। 2G नेटवर्क में यूजर्स को खराब क्वालिटी की कॉलिंग के साथ-साथ डाटा के लिए ज्यादा कीमत चुकाना होता है। मंहगे कॉलिंग और डाटा की वजह से 2G यूजर्स तेजी से हो रहे डिजिटल क्रांति का हिस्सा नहीं बन पा रहे हैं।

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