जल्द ही वॉयस कमांड के जरिए आप कर पाएंगे डिजिटल बैंकिंग, जानें कैसे

वर्ष 2019 के अंत तक इसके वॉयस-इनेबल्ड सिस्टम को भारत के अग्रणी बैंक्स द्वारा अपनाया जा सकता है

By Shilpa Srivastava Edited By: Publish:Sat, 27 Apr 2019 01:08 PM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 03:19 PM (IST)
जल्द ही वॉयस कमांड के जरिए आप कर पाएंगे डिजिटल बैंकिंग, जानें कैसे
जल्द ही वॉयस कमांड के जरिए आप कर पाएंगे डिजिटल बैंकिंग, जानें कैसे

नई दिल्ली (टेक डेस्क)। फोन बैंकिंग और कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव से बात करना कई बार काफी मुश्किल हो जाता है। अगर आपको कभी अपना कार्ड ब्लॉक कराना हो तो इसमें 10 से 15 मिनट आसानी से लग जाते हैं। हालांकि, अब भारत में बैंकिंग का सिस्टम काफी हद तक बदलने लगा है। सब कुछ डिजिटल होता जा रहा है। वॉयस कमांड से फोन में कई काम बिना टैपिंग के किए जा सकते हैं। न सिर्फ आप अपना बैंक बैलेंस चेक कर सकते हैं बल्कि बैंक आपको अपना डेबिट या क्रेडिट कार्ड बिना इंतजार किए ब्लॉक कराने की सुविधा भी देते हैं। यह संभव हो पाया है Financial Software and Systems (FSS) कंपनी के जरिए। यह दुनियाभर के ATM में अपना सिस्टम इंस्टॉल करती है। वर्ष 2019 के अंत तक इसके वॉयस-इनेबल्ड सिस्टम को भारत के अग्रणी बैंक्स द्वारा अपनाया जा सकता है।

भारतीय बैंक करेंगे मदद:

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिजिटल बैंकिंग को लेकर बनाए गए नए नियमों के तहत वॉयस कॉमर्स उपभोक्ताओं और व्यापार के लिए लेनदेन करने के भविष्य का एक आंतरिक हिस्सा है। Alexa और Google Assistant जैसे वॉयस अस्सिटेंट का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय बैंक पूरी तरह से मदद करेंगे। इस सुविधा के जरिए यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सभी ग्राहक फंड ट्रांसफर, बिल भुगतान, कार्ड ब्लॉक या चेक बुक के लिए ऑर्डर करना जैसे कामों को बिना समय गवाए तुरंत कर पाए।

Amazon Alexa के प्रोडक्टस खरीदने के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। यहां से आप Amazon Echo, Echo Spot समेत अन्य प्रोडक्टस खरीदने के लिए यहां क्लिक करें।

Tech Videos देखने के लिए हमारे यूट्यूब चैनल HiTech को Subscribe करें

टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन कराया जाएगा उपलब्ध:

FSS यह सुनिश्चित करेगा कि बैंक्स सभी सुरक्षा उपायों का पालन करें जिससे यूजर्स को वॉयस के जरिए लेन-देन करने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो और वो सुरक्षित रहें। इसके लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन प्रोसेस भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसका मतलब अगर आपको कोई बिल पेमेंट करना है तो बैंक आपको एक OTP भेजेगा। इसे वॉयस अस्सिटेंट में फीड करना पड़ेगा। वहीं, आपका डेबिट या क्रेडिट कार्ड नंबर भी कहीं स्टोर नहीं किया जा सकेगा। FSS और बैंक टोकेनाइजेशन मेथड अपनाएंगे। यह यूजर के कार्ड नंबर का सिक्वेंस बदल देगा। यह वॉयस अस्सिटेंट यूजर की आवाज से ही स्विच ऑन और ऑफ किया जा सकेगा।

यह भी पढ़ें:

Apple-Qualcomm के सरप्राइज सेटलमेंट के बाद Intel अपना मॉडम बिजनेस बेचने पर कर रहा विचार

भारतीय स्मार्टफोन बाजार पर चीनी ब्रांड्स ने लहराया परचम, घरेलू कंपनियां रही पीछे

Walmart ने Amazon की एक दिन में फ्री शिपिंग का दिया ये जवाब, किया ट्वीट

chat bot
आपका साथी