Google Meet वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप के लिए भारत में जल्द रोल आउट होगा न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर
Google Meet के लिए एक्टिव न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर को ऑस्ट्रेलिया ब्राजील जापान और न्यूजीलैंड में रोल आउट किया जा चुका है। जल्द ही इसे भारतीय यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Meet के लिए एक्टिव न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर भारत में रोल आउट करने वाला है। Google Meet के लिए एक्टिव न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर को ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, जापान और न्यूजीलैंड में पहले ही रोल आउट किया जा चुका है। जल्द ही इसे भारतीय यूजर्स के लिए रोल आउट किया जा सकता है। कंपनी ने ये भी साफ किया है कि इस फीचर को दक्षिण अफ्रीका और UAE में रोल आउट नहीं करेगी। हालांकि, कंपनी ने साफ नहीं किया है कि इन देशों में वो इस फीचर को क्यों नहीं रोल आउट करेगी।
Google ने अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Meet के लिए पिछले महीने ही AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित एक्टिव न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर को रोल आउट किया है। कंपनी इस फीचर पर पिछले साल से ही काम कर रही थी। इसके लिए कंपनी ने हजारों AI मॉडल को ट्रेन किया है।
कैसे करता है काम?
Google का ये एक्टिव न्वॉइज कैंसिलेशन फीचर एक मशीन लर्निंग टूल है जो कि न्वॉइज और स्पीच के बीच अंतर को पहचान लेता है। जिसके बाद यह फीचर यूजर के डिवाइस से आने वाले न्वॉइज को फिल्टर आउट करके Google डाटा सेंटर में भेजता है। इसके बाद मशीन लर्निंग फीचर के जरिए वॉयस को प्रोसेस करके रिसीवर के पास केवल स्पीच पहुंचता है और न्वॉइज रिमूव हो जाता है। यह प्रोसेस इतनी तेजी से काम करता है कि यूजर को पता भी नहीं चलता है और आवाज प्रोसेस्ड हो जाता है।
डाटा पूरी तरह से सुरक्षित
Google डाटा सेंटर में मशीन लर्निंग टूल द्वारा भेजा गया डाटा एनक्रिप्टेड फॉर्म मे होता है। जिसकी वजह से यूजर के डाटा के लीक होने का खतरा नहीं रहता है। Google Meet कॉल के दौरान प्रोसेस्ड होने के बाद रिसीवर के पास फिर से एनक्रिप्टेड फॉर्म में पहुंचता है और यूजर को बेहतर साउंड क्वालिटी में न्वॉइज फिल्टरेशन के सेंडर की वॉयस मिलती है, जो कि बिलकुल क्लियर होती है। Google Meet का ये फीचर G Suite एंटरप्राइज यूजर्स के लिए इस महीने के अंत तक भारत में रोल आउट किया जा सकता है।