भारत और अमेरिका में बैन के बाद इस देश में Tiktok की शुरू हुई जांच, प्रतिबंध का बढ़ा खतरा
चाइनीज ओन्ड वीडियो शेयरिंग ऐप के खिलाफ एक शिकायत मिली थी जिसके बाद Tiktok के खिलाफ शुरुआती जांच शुरू करने का निर्देश दिया गया है।
पेरिस, रॉयटर्स। Tiktok ऐप की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के 45 दिनों के अल्टीमेटम के बाद अब फ्रांस ने Tiktok के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। फ्रांस के डाटा प्राइवेसी वॉचडॉग CNIL ने मंगलवार को कहा कि चाइनीज ओन्ड वीडियो शेयरिंग ऐप के खिलाफ एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद Tiktok के खिलाफ शुरुआती जांच शुरू करने का निर्देश दिया गया है। ऐसे में भारत और अमेरिका के बाद अब Tiktok के फ्रांस में बैन होने का खतरा बढ़ गया है।
Tiktok पर राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने का आरोप
Tiktok की ओनर कंपनी ByteDance की पहले से ही अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और डच अथॉरिटी जांच कर रही है। ByteDance पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का आरोप है। CNIL के प्रवक्ता के मुताबिक Tiktok के खिलाफ उन्हें मई माह में शिकायत मिली थी। फ्रांच अथॉरिटी की जांच पर Tiktok की तरफ से कहा गया कि Tiktok यूजर की प्राइवेसी और सेफ्टी कंपनी की टॉप प्रॉयरिटी है। हम CNIL की जांच के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं और उनका पूरा सहयोग कर रहे हैं। वही हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने Tiktok को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था और 45 दिनों में Tiktok के अमेरिकी ऑपरेशन को Microsoft के साथ समझौता करके बेचने की सलाह दी थी। इससे पहले जब यूरोपियन यूनियन लॉमेकर ने Tiktok के डाटा कलेक्शन और सिक्योरिटी और प्राइवेसी रिस्क को लेकर चिंता जताई थी, तो इसी साल जून माह में यूरोपियन यूनियन ने Tiktok की गतिविधियों का पता लगाने के लिए एक टॉस्क फोर्स का गठन किया था। साथ ही मई में डट प्राइवेसी वॉचडॉग ने कहा था कि वो पता लगाएगी कि आखिर Tiktok लाखों युवाओं के डाटा को कैसे हैंडल करती है।
Written by (Saurabh Verma)