Health Vastu Tips: घर के वास्तु दोष से हो सकते हैं बीमार, जानें इससे बचने के आसान उपाय

Health Vastu Tips वास्तुशास्त्र केवल भवन निर्माण की कला ही नहीं अपितु प्राचीन भारतीय विज्ञान सम्मत जीवन शैली है। विभिन्न प्रकार के मानसिक एवं शारीरिक रोगों को आसानी से हम अपने घर के वास्तु दोष समाप्त कर दूर कर सकते हैं।

By Jeetesh KumarEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 03:00 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 06:48 AM (IST)
Health Vastu Tips: घर के वास्तु दोष से हो सकते हैं बीमार, जानें इससे बचने के आसान उपाय
Health Vastu Tips: घर के वास्तु दोष से हो सकते हैं बीमार, जानें इससे बचने के आसान उपाय

Health Vastu Tips: वास्तुशास्त्र केवल भवन निर्माण की कला ही नहीं, अपितु प्राचीन भारतीय विज्ञान सम्मत जीवनशैली है। वास्तुशास्त्र के अनुसार ये समस्त संसार एवं मानव शरीर पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु तथा आकाश इन पांच तत्वों से मिलकर बना है। इनमें संतुलन स्थापित कर हम अपने जीवन को सफल, सुखमय और निरेगी बना सकते हैं। वास्तुशास्त्र पंच तत्व, आठ दिशाएं एवं ब्रह्म स्थान के संतुलन का विज्ञान है। विभिन्न प्रकार के मानसिक एवं शारीरिक रोगों को आसानी से हम अपने घर के वास्तु दोष समाप्त कर दूर सकते हैं। घर में वास्तु दोष के कारण लोग बीमार हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसको दूर करने के आसान उपाय।

1. जोड़ों के दर्द और गठिया

ऐसे रोगियों के घर के कमरों की दीवारो पर दरारें नहीं होनी चाहिए। उन पर कवर या प्लास्टर करवा देना चाहिए। दरारों पर झरने या पहाड़ी का पोस्टर लगा देना अधिक लाभप्रद होता है। साथ ही रोगी को सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

2. ह्रदय रोग

हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति के सोने वाले कमरे की उत्तर दिवार पर क्रिस्टल बॉल टांग देनी चाहिए। क्रिस्टल बॉल के नीचे चारों दिशाओं में एक-एक क्रिस्टल पिरामिड रख दें। घर में टूटी खिड़कियां, शीशे या आईने नहीं होने चाहिए। टूटे शीशे और खिड़कियों को कभी भी अखबार, कागज या कपड़े से नहीं ढकना चाहिए, ये वास्तु दोष होता है।

3. मधुमेह या डायबिटीज

वास्तु शास्त्र में स्पष्ट है कि भवन का दक्षिण-पश्चिम भाग अर्थात् नैऋत्य कोण ही मघुमेह का जनक बनता है। घर का दक्षिण-पश्चिम भाग अगर बहुत ऊंचा या बड़ा है या फिर इस भाग में नल या बोरिंग हुई है, तो यह मघुमेह का कारण बनता है। अतः इन वास्तु दोषों को अतिशीघ्र दूर करना चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने बेडरूम में कभी भी खाना नहीं खाना चाहिए तथा मिटटी के घड़े का पानी इसमें तुलसी पत्र डाल कर इस्तेमाल करें, इससे मघुमेह में शीघ्र लाभ मिलता है।

4. दमा या टीबी

यदि घर में दमा का रोगी हो, तो अपने बैठने वाले कमरे की पश्चिमी दिवार पर पेंडुलम वाली सफेद या सुनहरी-पीले रंग की दिवार घड़ी लगा देनी चाहिए। शरीर की सुरक्षा के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से शीघ्र लाभ होता है।

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