Kalashtami 2021: कल है कालाष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Kalashtami 2021 हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। वैशाख माह में आने वाली कालाष्टमी इस बार 3 मई 2021 दिन सोमवार को पड़ रही है। इस दिन शिव शंकर के रूद्रस्वरूप भगवान कालभैरव की पूजा की जाती है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 01 May 2021 10:17 AM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 12:45 PM (IST)
Kalashtami 2021: कल है कालाष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Kalashtami 2021: कब है कालाष्टमी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Kalashtami 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। वैशाख माह में आने वाली कालाष्टमी इस बार 3 मई 2021 दिन सोमवार को पड़ रही है। इस दिन शिव शंकर के रूद्रस्वरूप भगवान कालभैरव की पूजा की जाती है। इन्हें काशी का कोतवाल भी कहा जाता है। काल भैरव के 8 स्वरूप माने गए हैं। इनमें से बटुक भैरव की पूजा गृहस्थ लोगों और साधारणजन द्वारा की जाती है जो बेहद ही लाभकारी साबित होती है। बटुक भैरव स्वरूप को सौम्य स्वरूप माना गया है। तो आइए जानते हैं कालाष्टमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।

कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त:

वैशाख माह, कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि

03 मई 2021, सोमवार

वैशाख कृष्ण अष्टमी आरंभ- 03 मई 2021, सोमवार, दोपहर 01 बजकर 39 मिनट से

वैशाख कृष्ण अष्टमी समाप्त- 04 मई 2021, मंगलवार, दोपहर 01 बजकर 10 मिनट पर

कालाष्टमी का महत्व:

अष्टमी व्रत उदया तिथि को रखा जाता है। इसी के चलते कालाष्टमी का व्रत 3 मई को किया जाएगा। मान्यता के अनुसार, जो भैरव के भक्तों का अनिष्ट करता है उसे तीनों लोकों में से कहीं भी शरण नहीं मिलती है। इस दिन व्रत और पूजा करने से भय से मुक्ति प्राप्त होती है और सभी संकट आने से पहले ही दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही रोगों से मुक्ति भी प्राप्त होती है। जो अपराधिक प्रवृति वाले होते हैं उनके लिए भगवान भैरव भयंकर दंडनायक होते हैं। वे अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। इसकी पूजा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '   

chat bot
आपका साथी