Angarak Yog: मंगल, वृष और राहु ने मिलकर बनाया अंगारक योग, जानें क्या हैं बचने के उपाय

Angarak Yog 22 फरवरी 2021 से मंगल ने वृष राशि मे प्रवेश किया है। जहां राहु पहले से विद्यमान है। ऐसे में वृष राशि में अंगारक योग का निर्माण हुआ है। आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा से कि क्या है अंगारक योग और कैसा होगा इसका प्रभाव।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 10:43 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 10:43 AM (IST)
Angarak Yog: मंगल, वृष और राहु ने मिलकर बनाया अंगारक योग, जानें क्या हैं बचने के उपाय
Angarak Yog: मंगल, वृष और राहु ने मिलकर बनाया अंगारक योग, जानें क्या हैं बचने के उपाय

Angarak Yog: 22 फरवरी 2021 से मंगल ने वृष राशि मे प्रवेश किया है। जहां राहु पहले से विद्यमान है। ऐसे में वृष राशि में अंगारक योग का निर्माण हुआ है। आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा से कि क्या है अंगारक योग और कैसा होगा इसका प्रभाव और क्या है इससे बचने के उपाय।

बहुत बड़ा दुर्योग है अंगारक योग

दरअसल मंगल और राहु किसी भी राशि या भाव में एक साथ आ जाएं, तो अंगारक योग बनता है। यह योग स्वभाव में उग्रता, आक्रमकता प्रदान करता है। साथ ही व्यक्ति के स्वभाव को हिंसक और नकारात्मक बनाता है, जिससे उसके हर कार्य में विघ्न आते हैं। जलते हुए कोयले से इसका नाम आया है। यह योग रिश्तेदारों, मित्रों और भाइयों के साथ संबंधों को खराब करते हैं और इनके साथ किसी न किसी बात पर वाद-विवाद होता रहता है। अंगारक योग बनने पर कोई भी कार्य आसानी व शांति से पूरा नहीं हो पाता।

ऐसा होगा अंगारक योग का असर

वैदिक ज्योतिष में मंगल को ग्रहों का सेनापति कहते हैं और कुंडली में अगर यह ग्रह उच्च स्थान पर होता है तो व्यक्ति साहसी, निडर और योद्धा आदि बनता है। राहु और केतु के साथ जब मंगल आते हैं तब यह योग बनता है। इस बार वृष राशि में राहु के साथ मंगल का गोचर होने से यह खतरनाक अंगारक योग बना है। यह योग धन संबंधी परेशानियां या फिर किसी महिला की कुंडली में यह योग बन रहा है तो संतान संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मंगल अग्नि तत्व का ग्रह है, तो राहु वायु तत्व को प्रभावित करते हैं। ऐसे में अग्नि व वायु के भड़कने से परेशानियों हो सकती हैं। इस योग के उपाय न करने पर लंबे समय तक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आगजनी, भूकंप और ज्वालामुखी फटने के कारक

कुंडली में अंगारक योग की ज्यादा स्थिति खराब होने पर व्यक्ति अपराधी भी बन सकता है और अवैध कार्यों के चलते कानूनी मामलों में लंबे समय तक फंस सकता है। भारत की कुंडली में इस योग के बनने पर भूकंप और आगजनी का खतरा बढ़ सकता है। साथ ही लोग असमंजस की स्थिति में फंस सकते है। इसके अलावा व्यक्ति दुर्घटना, अग्निभय, त्वचा की समस्या, खून की समस्या आदि से दो चार हो सकता है।

राशि जो होगी अधिक प्रभावित-

मंगल और राहु एक साथ वृषभ राशि आकर बैठे हों, तब इसका सबसे ज्यादा असर कर्क, वृश्चिक और धनु पर रहेगा। इन तीन राशियों पर अंगारक योग के कारण मंगल की दृष्टि रहेगी, इसलिए इन तीन राशियों को 52 दिन तक सावधान रहना चाहिए। मंगल 14 अप्रैल को वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे यह योग भी खत्म हो जाएगा।

उपाय-

क्रोध पर नियंत्रण रखें। बजरंग बाण का पाठ करें। किसी तरह के वाद विवाद में न पड़े।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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