Vinayak Chaturthi: वर्ष 2021 की पहली विनायक चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Vinayak Chaturthi विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है। यह तिथि हर माह दो बार आता है। जो चुतर्थी अमावस्या के बाद आती है उसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है। इस वर्ष यहआज मनाई जा रही है। इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है।
VVinayak Chaturthi: विनायक चतुर्थी को गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है। यह तिथि हर माह दो बार आता है। जो चुतर्थी अमावस्या के बाद आती है उसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है। भगवान गणेश की जयंती को चिह्नित करने के लिए हर महीने के चतुर्थी शुक्ल पक्ष को गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। संकष्टी चतुर्थी के विपरीत, विनायक चतुर्थी अमावस्या या शुक्ल पक्ष के दौरान अमावस्या के बाद आती है। इस वर्ष यह 16 जनवरी यानी आज मनाई जा रही है। इस दिन गणेश जी की पूजा की जाती है। भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर गणेश जी उपवास रखने से व्यक्ति की हर इच्छा पूरी करते हैं। साथ ही जीवन की हर बाधा को दूर भी करते हैं।
विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त:
चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 16 जनवरी, शनिवार, सुबह 07 बजकर 27 मिनट से
चतुर्थी तिथि का समाप्त- 17 जनवरी, रविवार सुबह 08 बजकर 08 मिनट पर
चतुर्थी तिथि का पूजा मुहूर्त- 16 जनवरी, शनिवार सुबह 11 बजकर 27 मिनट से दोपहर 01 बजकर 35 मिनट तक
विनायक चतुर्थी का महत्व:
भगवान गणेश के कई नाम हैं। इन्हें गणपति बप्पा, एकदंत, गजानन, लम्बोदर, मंगलमूर्ति, चतुर्भुज, हेरम्ब, कृपाकर आदि जैसे कई नामों से भी जाना जाता है। विनायक चतुर्थी पर गणेश जी की पूजा मध्याह्न (दोपहर) के दौरान की जाती है। जबकि संकष्टी को चंद्रोदय के बाद इनका पूजन किया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने का बेहद ही विशेष महत्व है। जो व्यक्ति इस दिन उपवास करता है इसके जीवन से सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। वहीं, अगर दंपत्तियों द्वारा इस दिन व्रत किया जाए तो विवाहित जीवन में आने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं।
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