Solah Somvar Vrat:आज सावन के सोमवार से शुरू करें 16 सोमवार व्रत, रखें इन बातों का ध्यान

Solah Somvar Vrat शास्त्रों के अनुसार सोलह सोमवार के व्रत की शुरूआत सावन के सोमवार से करना शुभ होता है। लेकिन सोलह सोमवार का व्रत रखने में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं उसके बारे में...

By Jeetesh KumarEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 07:10 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 05:41 AM (IST)
Solah Somvar Vrat:आज सावन के सोमवार से शुरू करें 16 सोमवार व्रत, रखें इन बातों का ध्यान
सावन के सोमवार से शुरू करें सोलह सोमवार के व्रत, रखें इन बातों का ध्यान

Solah Somvar Vrat: सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित होता है। भगवान शिव के पूजन के लिए तीन प्रकार के सोमवार व्रतों का विधान है सोलह सोमवार, सावन के सोमवार और प्रदोष सोमवार। सोलह सोमवार का व्रत विशेष रूप से इच्छित वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। इसके अलावा वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए भी सोलह सोमवार या सावन के सोमवार का व्रत रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार सोलह सोमवार के व्रत की शुरूआत सावन के सोमवार से करना शुभ होता है। लेकिन सोलह सोमवार का व्रत रखने में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं उसके बारे में...

1-सोमवार के दिन प्रातः काल में उठ कर पानी में काले तिल डालकर नहाना चाहिए।

2- भगवान शिव का अभिषेक जल या गंगाजल से करना चाहिए। विशेष मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दूध, दही, घी, शहद, सरसों का तेल या काले तिल, आदि सामग्रियों से भी शिव जी का अभिषेक किया जाता है।

3- भगवान शंकर जी को सफेद फूल, सफेद चंदन, चावल, पंचामृत अर्पित करना चाहिए।

4- शिव जी का अभिषेक करने के साथ भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या हर हर महादेव। का जाप करना चाहिए।

5- सोमवार व्रत के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए और गृहस्थों को नंदी, गणेश जी और कार्तिकेय समेत शिव परिवार का पूजन करना चाहिए।

6- भगवान शिव का पूजन करने के बाद सोमवार व्रत कथा का पाठ करना चाहिए।

7- पूजा का समापन शंकर जी की आरती करके करना चाहिए। इसके बाद भगवान को भोग लगाएं और प्रसाद को सबमें बांटने के बाद स्वयं ग्रहण करना चाहिए।

8- सोमवार के व्रत में नमक ग्रहण नहीं करना चाहिए।

9- प्रसाद के रूप में चूरमा या खीर चढ़ाना चाहिए।

10- सोमवार के दिन विवाहित जोड़े को फल, कपड़े या मिठाई का दान देना चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

chat bot
आपका साथी