Aaj Ka Panchang: पढ़ें 30 सितंबर 2020 का पंचांग, जानें आज का मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल

Panchang 30 September 2020 आज 30 सितंबर दिन बुधवार है। हिन्दी पंचांग के अनुसार आज अधिक आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। आज भद्रा और पंचक लगने वाला है। आज का दिन गणपति की पूजा के लिए समर्पित है।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 05:30 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 04:46 PM (IST)
Aaj Ka Panchang: पढ़ें 30 सितंबर 2020 का पंचांग, जानें आज का मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल
आज अधिक आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है।

Panchang 30 September 2020: आज 30 सितंबर दिन बुधवार है। हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज अधिक आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। आज भद्रा और पंचक लगने वाला है। आज बुधवार के दिन गणेश जी की आराधना करना उत्तम रहता है क्यों कि आज का दिन गणपति की पूजा के लिए समर्पित है। इनके अलावा आपको भगवान विष्णु और शिव दोनों की पूजा करनी चाहिए। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: बुधवार, अधिक आश्विन मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्दशी तिथि।

आज का दिशाशूल: उत्तर।

आज का राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।

आज की भद्रा: रात्रि के 12:27 बजे से 01 अक्टूबर को दोपहर 01:29 बजे समाप्त।

विशेष: पंचक।

विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु अधिक आश्विन मास शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी 24 घंटे 27 मिनट तक, तत्पश्चात् पूर्णिमा पूर्वभाद्रपद नक्षत्र 27 घंटे 15 मिनट तक, तत्पश्चात् उत्तरभाद्रपद नक्षत्र गण्ड योग 19 घंटे 49 मिनट तक, तत्पश्चात् वृद्धि योग कुंभ में चंद्रमा 20 घंटे 37 मिनट तक तत्पश्चात् मीन में।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज के दिन सूर्योदय सुबह 06 बजकर 14 मिनट पर होगा। सूर्यास्त आज शाम को 06 बजकर 08 मिनट पर होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आ​ज के दिन चंद्रोदय शाम को 05 बजकर 40 मिनट पर होगा। वहीं, चंद्र का अस्त अगले दिन 01 अक्टूबर को सुबह 05 बजकर 32 मिनट पर होगा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: आज ऐसा कोई मुहूर्त नहीं है।

रवि योग: सुबह 06 बजकर 14 मिनट से 01 अक्टूबर को तड़के 03 बजकर 15 मिनट तक।

अमृत काल: शाम को 06 बजकर 26 मिनट से रात 08 बजकर 12 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से दोपहर 02 बजकर 57 मिनट तक।

आज अधिक आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है। आज बुधवार को गणपति वंदना के साथ उनको 21 दुर्वा घास तथा लड्डू का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान गणेश जी प्रसन्न होंगे और आपे विघ्न-बाधाओं को दूर कर सकते हैं। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

chat bot
आपका साथी