Aaj Ka Panchang: पढ़ें 17 July 2020 का पंचांग, जानें आज का दिशाशूल, राहुकाल एवं शुभ मुहूर्त

Panchang 17 July 2020 हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और दिन शुक्रवार है।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Fri, 17 Jul 2020 06:55 AM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 06:59 AM (IST)
Aaj Ka Panchang: पढ़ें 17 July 2020 का पंचांग, जानें आज का दिशाशूल, राहुकाल एवं शुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang: पढ़ें 17 July 2020 का पंचांग, जानें आज का दिशाशूल, राहुकाल एवं शुभ मुहूर्त

Panchang 17 July 2020: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और दिन शुक्रवार है। आज के दिन आप लक्ष्मी माता की विधि विधान से पूजा अर्चना कर सकते हैं। आज के पंचांग में दिशाशूल, राहुकाल, शुभ मुहूर्त के अतिरिक्त चंद्रोदय, चंद्रास्त, सूर्योदय, सूर्यास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: शुक्रवार, श्रावण मास, कृष्ण पक्ष, द्वादशी तिथि।

आज का दिशाशूल: पश्चिम।

आज का राहुकाल: प्रात: 10:30 बजे से 12:00 बजे तक।

विक्रम संवत 2077, शके 1942, दक्षिणायन, उत्तर गोल, ग्रीष्म ऋतु, श्रावण मास, कृष्ण पक्ष द्वादशी 24 घंटे 34 मिनट तक तत्पश्चात त्रयोदशी, रोहिणी नक्षत्र 20 घंटे 28 मिनट तक तत्पश्चात मृगसिरा नक्षत्र, वृद्धि योग 23 घंटे 58 मिनट तक तत्पश्चात ध्रुव योग, वृष में चंद्रमा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

17 जुलाई को सूर्योदय सुबह 05 बजकर 34 मिनट पर और सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 20 मिनट पर होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

चंद्रोदय 18 जुलाई के तड़के 03 बजकर 05 मिनट पर होगा और चंद्र का अस्त उसी दिन शाम को 04 बजकर 25 मिनट पर होगा।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से 12 बजकर 55 मिनट तक।

अमृत काल: शाम को 05 बजकर 03 मिनट से शाम को 06 बजकर 46 मिनट तक।

विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 45 मिनट से दोपहर 03 बजकर 40 मिनट तक।

आज श्रावण मास का 11वां दिन है। आज के दिन द्वादशी तिथि है। आज आप माता लक्ष्मी की पूजा करें। भगवान शिव और उनके परिवार की भी पूजा अर्चना सावन में कल्याणकारी होता है। आज के दिन आप कोई कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

शुक्रवार का दिन विशेष तौर पर माता लक्ष्मी और मां संतोषी के लिए अर्पित होता है। आपके लिए इन दोनों की पूजा करना श्रेष्ठ है। हालांकि सावन मास चल रहा है और भगवान शिव इस समय जगत के पालक हैं क्योंकि भगवान विष्णु ​योग निद्रा में हैं। ऐसे में आप भगवान शिव की पूजा करके अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं। 

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