Happy Birthday Mahesh Bhatt: बॉलिवुड के निर्माता महेश भट्ट को कैसे मिली सफलता, जानें क्या है इनकी कुंडली में

Happy Birthday Mahesh Bhatt बॉलिवुड के डायरेक्ट प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर महेश भट्ट का आज 72वां जन्मदिन है। इनका जन्म 20 मई 1949 को मुंबई महाराष्ट्र में हुआ था।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 09:35 AM (IST)
Happy Birthday Mahesh Bhatt: बॉलिवुड के निर्माता महेश भट्ट को कैसे मिली सफलता, जानें क्या है इनकी कुंडली में
Happy Birthday Mahesh Bhatt: बॉलिवुड के निर्माता महेश भट्ट को कैसे मिली सफलता, जानें क्या है इनकी कुंडली में

Happy Birthday Mahesh Bhatt: बॉलिवुड के डायरेक्ट, प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर महेश भट्ट का आज 72वां जन्मदिन है। इनका जन्म 20 मई 1949 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। ज्योतिष के मुताबिक, महेश भट्ट का जन्म केतू की महादशा में रेवती नक्षत्र में हुआ था। रेवती नक्षत्र ने उन्हें आर्थिक-भौतिक सुख दिया। आइए जानते हैं इनकी कुंडली इनके बारे में क्या कहती है। लेकिन उससेप हले हम उन सभी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देना चाहते हैं जो 20 सितंबर को महेश भट्ट के साथ अपना जन्मदिन मना रहे हैं।

ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री के अनुसार, महेश भट्ट की कुंडली में सूर्य द्वितीय भाव में है जिसके चलते उनकी भाग्य वृद्धि हुई। सफलता के मार्ग में कई कष्ट आए लेकिन वो सभी सूर्य के प्रभाव से दूर होते गए। इससे ही महेश-भट्ट को सफलता प्राप्त हुई। कुंडली में स्थित चन्द्र ने महेश भट्‍ट को फिल्मों में उच्च निर्माता का स्थान दिलाया। साथ ही चन्द्र ने भी आर्थिक सुख प्रदान किया। मंगल ने स्वयं के परिश्रम से ऐश्वर्यवान बनने वाले गुण महेश भट्ट को दिए। कुंडली में बुध की स्थिति द्वितीय भाव में है। यह स्व-राशि पर विराजमान है जिससे बुध ने भी महेश-भट्ट को पराक्रमी एवं सारे विषयों का सुख दिया।

गुरु की स्थिति भी सर्वसुख प्रदान करती है। गुरु, मंगल की राशि पर विराजमान है जिसके चलते ये क्षमाशील स्वभाव के हैं। शुक्र सुख तो देता है परंतु बैर करा सकता है अत: शुक्र की शांति करानी चाहिए। शनि महेश-भट्ट को सम्पत्तिवान बनाया है लेकिन शारीरिक कष्ट भी मिल सकता है। इनकी कुंडली में सूर्य, बुध और केतु एकादश भाव में स्थित है। सूर्य 3 अंश और केतु 23 अंश का हैं। दोनों के अंशों की दूरी 20 अंश हैं। अत: 10 अंश से अधिक है। केतु की महदशा इनके जीवन में 7 साल तक चली। इनकी जन्म कुंडली में केतु ग्यारहवें भाव में स्थित है। यह लाभ के स्थान में बैठा है।

डिस्क्लेमर:

''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्स माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'' 

chat bot
आपका साथी