Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा को इन 5 मंत्रों और उपायों से आप पर गुरु की कृपा बरसेगी

Guru Purnima 2021 ऋषि संदीपन के शिष्य भगवान कृष्ण और विश्वामित्र के शिष्य भगवान राम अपने गुरु के बताएं रास्ते पर चलकर भगवान बन गए। इसीलिए गुरु हमेशा पूजनीय होता है। गुरु ही हमें सत्मार्ग का रास्ता दिखाते हैं।

By Ritesh SirajEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 02:51 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 07:15 AM (IST)
Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा को इन 5 मंत्रों और उपायों से आप पर गुरु की कृपा बरसेगी
Guru Purnima 2021: गुरु पूर्णिमा को इन 5 मंत्रों और उपायों से आप पर गुरु की कृपा बरसेगी

Guru Purnima 2021 : हिंदू धर्म में गुरू की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यताओं के अनुसार गुरु और भगवान में गुरु सबसे पहले पूजनीय है। गुरु ही हमें सत्मार्ग का रास्ता दिखाते हैं। जीवन में उनके आशीर्वाद से ही हमें सफलता मिलती है। ऋषि संदीपन के शिष्य भगवान कृष्ण और विश्वामित्र के शिष्य भगवान राम अपने गुरु के बताएं रास्ते पर चलकर भगवान बन गए। इसीलिए गुरु हमेशा पूजनीय होता है। इस वर्ष आषाढ़ी पूर्णिमा शुक्रवार 23 जुलाई 2021 की पूर्णिमा तिथि प्रांरभ होकर शनिवार 24 जुलाई तक मनाई जाएगी। आज हम पूर्णिमा के 5 सरल उपाय बताएंगे जिससे गुरु की कृपा बनेगी।

1. गुरु पूर्णिमा के दिन गीता पाठ करने से पढ़ाई में आ रही बाधा दूर हो जाती है। पढ़ाई करने वाले सभी बच्चों को गीता का पाठ करना चाहिए। 

2. गुरु पूर्णिमा के दिन कृष्ण की विधिवत् पूजा करके गाय की सेवा करें जिससे पढ़ाई में सफलता मिलती है और बुद्धि भी तीक्ष्ण होती है। 

3. अगर व्यक्ति की कुंडली में गुरु दोष है तो गुरु पूर्णिमा के दिन बृहस्‍पति मंत्र "ऊं बृं बृहस्पतये नमः" का जप करना चाह‍िए। इससे गुरु के दोष ठीक हो जाते हैं। 

4. गुरु पूर्णिमा के दिन सूर्य देव को जल चढ़ाने से असफलता भी सफलता में बदल जाती है। जिससे जातक के जीवन में खुशहाली आएगी। 

5. पुराणों के अनुसार गुरु पूर्णिमा को भाग्‍योदय की त‍िथ‍ि भी मानी जाती है। इस दिन सच्चे मन से गुरु की पूजा से गुरु के साथ-साथ भगवान की कृपी बरसती है।   

गुरु पूर्णिमा के 5 विशेष मंत्र

1. गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:। गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।। 

2. ॐ वेदाहि गुरु देवाय विद्महे परम गुरुवे धीमहि तन्नौ: गुरु: प्रचोदयात्।

3. ॐ परमतत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नम:। 

4. ॐ गुं गुरुभ्यो नम:।

5. ॐ गुरुभ्यो नम:।  

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