Gayatri Mantra: आज गायत्री जयंती पर करें गायत्री मंत्र का जाप, जानें इसके फायदे

Gayatri Mantra आज वेदों की जनन माता गायत्री की जयंती है। इस दिन गायत्री माता की पूजा की जाती है और गायत्री मंत्र का विधिपूर्वक जाप किया जाता है। आज गायत्री जयंती के अवसर पर जानते हैं गायत्री मंत्र उसकी जाप ​विधि और महत्व के बारे में।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:22 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:29 AM (IST)
Gayatri Mantra: आज गायत्री जयंती पर करें गायत्री मंत्र का जाप, जानें इसके फायदे
Gayatri Mantra: आज गायत्री जयंती पर करें गायत्री मंत्र का जाप, जानें इसके फायदे

Gayatri Mantra: आज वेदों की जनन माता गायत्री की जयंती है। ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को ही गायत्री माता प्रकट हुई थीं, इसलिए इस तिथि को हर वर्ष गायत्री जयंती मनाई जाती है। इस दिन गायत्री माता की पूजा की जाती है और गायत्री मंत्र का विधिपूर्वक जाप किया जाता है। गायत्री मंत्र का प्रत्येक दिन जाप करना कल्याणकारी होता है। इसके कई फायदे होते हैं। इस मंत्र जाप से दुख, पाप, भय, द्वेष आदि जैसे दुर्गुणों का नाश होता है। आज गायत्री जयंती के अवसर पर जानते हैं गायत्री मंत्र, उसकी जाप ​विधि और महत्व के बारे में।

गायत्री मंत्र

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।

कब करें गायत्री मंत्र का जाप?

गायत्री मंत्र हो या फिर कोई मंत्र, उसका जाप करने से पूर्व व्यक्ति को तन, मन और वचन से शुद्ध होना चाहिए। आप गायत्री मंत्र का जाप दिन में तीन समय पर कर सकते हैं। गायत्री मंत्र का जाप सूर्योदय से ठीक पहले और उसके बाद तक करें या फिर दोपहर में या सूर्यास्त से ठीक पहले और उसके बाद तक।

गायत्री मंत्र के फायदे

1. यदि आप प्रत्येक दिन गायत्री मंत्र का जाप 108 बार करते हैं, तो आपकी स्मरण शक्ति बेहतर होगी। विद्यार्थियों को इस मंत्र का जाप नियमित करना चाहिए।

2. यदि आप कोई विशेष कार्य करने जा रहे हैं और उसमें सफल होना चाहते हैं, तो आपको गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।

3. जो लोग नि:संतान हैं, उनको काफी प्रयासों के बाद भी संतान सुख प्राप्त नहीं हुआ है। उनको गायत्री मंत्र का नियमित जाप करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गायत्री मंत्र के जाप से संतान की प्राप्ति होती है।

4. यदि आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, तो आपको गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके प्रभाव से दरिद्रता और दुखों का नाश होता है।

5. शिव गायत्री मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।

इस मंत्र के जाप से पितृदोष, कालसर्प दोष, राहु-केतु तथा शनि दोष से मुक्ति मिलती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

chat bot
आपका साथी