Budh Vakri 2020: बुध की वक्री चाल वृषभ राषि वालों को कर सकती है परेशान, मिथुन वालों को लाभ के संकेत

Buddha Vakri 2020 किसी भी ग्रह के राशि परिवर्तन का असर बाकि सभी राशियों पर पड़ता है। आज से बुध ने चाल बदली है। बुध अब तुला राशी में वक्री हो गया है। इसका असर मेष वृषभ मिथुन कर्क सिंह और कन्या राशि पर क्या पड़ सकता है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 08:15 AM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 12:11 PM (IST)
Budh Vakri 2020: बुध की वक्री चाल वृषभ राषि वालों को कर सकती है परेशान, मिथुन वालों को लाभ के संकेत
बुद्ध की वक्री चाल वृषभ राषि वालों को कर सकती है परेशान, मिथुन वालों को लाभ के संकेत

Buddha Vakri 2020: किसी भी ग्रह के राशि परिवर्तन का असर बाकि सभी राशियों पर पड़ता है। आज से बुध ने चाल बदली है। बुध अब तुला राशी में वक्री हो गया है। इसका असर मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क सिंह और कन्या राशि पर क्या पड़ सकता है, ये बता रहे हैं कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास

मेष राशि:

इस गोचर के वक्त वक्री अवस्था में बुध आपके सप्तम भाव में गोचर करेगा। यह आपके वैवाहिक जीवन में भी बहुत से उतार-चढ़ाव लेकर आ रहा है। इसके अलावा आपके पार्टनरशिप के बिजनेस में विवाद बढ़ सकते हैं। यदि आप शादी के बंधन में बंधना चाहते हैं तो, अभी शादी की तारीख को बुध के मार्गी होने तक टाल दें अन्यथा परेशानी हो सकती है।

वृषभ राशि:

बुध वक्री अवस्था में आपके षष्टम भाव में प्रवेश करेगा। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं कानूनी विवादों को देखा जाता है। बुध का ये वक्री गोचर आपके लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहा है।

मिथुन राशि:

वक्री बुध गति से आपके पंचम भाव में प्रवेश करेगा। इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है। आपको जरूरत है- हर चुनौती के लिए खुद को तैयार रखने और प्रतिभाओं को समय रहते निखारने की। पारिवारिक जीवन में मां को आपके चलते कोई लाभ मिल सकता है। इस दौरान आप में आत्मविश्वास और रचनात्मक क्षमता की बढ़ोतरी साफ दिखाई देगी।

कर्क राशि:

बुध आपके चतुर्थ भाव में संचरण करेगा। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है। वक्री बुध के गोचर के दौरान, आप अपनी सारी ऊर्जा घर की मरम्मत और साज-सज्जा पर लगाते दिखाई देंगे।

सिंह राशि:

वक्री बुध आपके तृतीय भाव में प्रवेश करेगा. कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई-बहनों, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। वक्री बुध आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। भाई-बहनों के साथ समय बिताएंगे। रिश्तों में आ रही दूरियां खत्म होगी।

कन्या राशि:

वक्री बुध आपके तृतीय भाव में प्रवेश करेगा। कुंडली में तीसरे घर को सहज भाव कहा जाता है। इस भाव से व्यक्ति के साहस, इच्छा शक्ति, छोटे भाई-बहनों, जिज्ञासा, जुनून, ऊर्जा, जोश और उत्साह को देखा जाता है। वक्री बुध आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। भाई-बहनों के साथ समय बिताएंगे। रिश्तों में आ रही दूरियां खत्म होगी।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '

chat bot
आपका साथी