Shani Amavasya 2021: शनिदेव की कृपा पाने के लिए अमावस्या के दिन करें ये आसान उपाय

Shani Amavasya 2021 ज्योतिष पंडितों की मानें तो शनि अमावस्या के दिन घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाएं। अगर आप कारोबार से जुड़े हैं तो दुकान पर भी घोड़े की नाल लगा सकते हैं। इससे कारोबार में तरक्की और उन्नति होती है।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 02:29 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 02:29 PM (IST)
Shani Amavasya 2021: शनिदेव की कृपा पाने के लिए अमावस्या के दिन करें ये आसान उपाय
Shani Amavasya 2021: शनिदेव की कृपा पाने के लिए अमावस्या के दिन करें ये आसान उपाय

Shani Amavasya 2021: हिंदी पंचांग के अनुसार, हर महीने में कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन अमावस्या और शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन पूर्णिमा पड़ती है। इन दोनों तिथियों को पूजा, जप, तप और दान का विधान है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या कहा जाता है। यह दिन खास होता है, क्योंकि शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा-उपासना की जाती है। इस दिन पूजा, जप-तप और दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनि अमावस्या के दिन दान करने से व्यक्ति के जीवन से दुःख, संकट, दरिद्रता आदि समस्याओं का निवारण होता है। इसके लिए शनि अमावस्या के दान अवश्य करें। साथ ही इन उपायों को अवश्य करें। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

-ज्योतिष पंडितों की मानें तो शनि अमावस्या के दिन घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाएं। अगर आप कारोबार से जुड़े हैं, तो दुकान पर भी घोड़े की नाल लगा सकते हैं। इससे कारोबार में तरक्की और उन्नति होती है। वहीं, घर पर लगाने से बुरी और आसुरी शक्तियों का नाश होता है। साथ ही घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। इसके लिए शनि अमावस्या के दिन स्नान-ध्यान और दान करने के पश्चात घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगाएं।

-शनिदेव न्याय के देवता हैं। उन्हें न्याय प्रिय लोग बेहद पसंद हैं। अगर आप शनि अमावस्या के दिन दान करते हैं, तो शनिदेव प्रसन्न होंगे। उनकी कृपा से बिगड़े काम भी बन जाएंगे। इसके लिए शनिवार के दिन उड़द दाल, खिचड़ी, सरसों का तेल, छतरी, काले तिल, काले जूते और कंबल आदि चीजों का दान कर सकते हैं।

-शनि अमावस्या के दिन गरीबों, असहाय और जरुरतमंदों को अन्न और जल का दान करना भी शुभ माना जाता है। इसके लिए अमावस्या के दिन गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन जरूर कराएं। इससे पितर भी प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा, शनिवार के दिन छाया दान का भी विधान है। इसके लिए एक पात्र में सरसों का तेल और एक रुपये के सिक्के को रखकर चेहरा देखें। इसके बाद तेल का दान कर दें।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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