Friday Laxmi Puja: शुक्रवार को ये 3 वस्तुएं माता लक्ष्मी को करें अर्पित, पैसे की किल्लत हो सकती है दूर

Friday Laxmi Puja जो लोग शुक्रवार का व्रत रखते हैं और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं उनको सुख समृद्धि धन और वैभव की प्राप्ति हो सकती है। जागरण अध्यात्म में आज हम जानते हैं कि माता लक्ष्मी को किन वस्तुओं को ​पूजा के समय अर्पित करना चाहिए।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 01:31 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 01:31 PM (IST)
Friday Laxmi Puja: शुक्रवार को ये 3 वस्तुएं माता लक्ष्मी को करें अर्पित, पैसे की किल्लत हो सकती है दूर
Friday Laxmi Puja: शुक्रवार को ये 3 वस्तुएं माता लक्ष्मी को करें अर्पित, पैसे की किल्लत हो सकती है दूर

Friday Laxmi Puja: आज शुक्रवार का दिन है। इस दिन धन, संपदा, वैभव और समृद्धि को प्रदान करने वाली देवी लक्ष्मी माता की आराधना की जाती है। जो लोग शुक्रवार का व्रत रखते हैं और माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करते हैं, उनको सुख, समृद्धि, धन और वैभव की प्राप्ति हो सकती है। आज के दिन माता लक्ष्मी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करने से भी सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। उस व्यक्ति के लिए पैसों की किल्लत दूर हो सकती है। जागरण अध्यात्म में आज हम जानते हैं कि माता लक्ष्मी को किन वस्तुओं को ​पूजा के समय अर्पित करना चाहिए।

1. केसर भात

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता लक्ष्मी को केसर और भात बहुत पसंद है। शुक्रवार के दिन शाम के समय में माता लक्ष्मी को केसर भात अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। उनको पूजा के समय में सफेद बर्फी या पीले रंग की मिठाई भी अर्पित कर सकते हैं। ये भी माता लक्ष्मी को अतिप्रिय है।

2. कमल का फूल

आपने अक्सर माता लक्ष्मी को कमल के फूल पर विराजमान होते देखा है। कमल माता लक्ष्मी का सबसे प्रिय फूल है। शाम के समय में माता लक्ष्मी को कमल का फूल अर्पित करना चाहिए। इससे वह प्रसन्न होती हैं। आप उनको कमलगट्टा भी अर्पित कर सकते हैं। माता लक्ष्मी को लाल गुलाब भी ​​​प्रिय है। यदि आपके पास कमल का फूल नहीं है, तो लाल गुलाब ही अर्पित कर सकते हैं।

3. श्रीफल

नारियल को श्रीफल के नाम से भी जाना जाता है। इसे शुभता, समृद्धि और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। यह माता लक्ष्मी को प्रिय है। शुक्रवार को शाम के समय में माता लक्ष्मी को पूजा में नारियल अर्पित करना चाहिए। इससे वह प्रसन्न होती हैं।

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