पूजा घर में इस स्थान पर रखें मां लक्ष्मी की मूर्ति, घर आएगी सुख-समृद्धि
ऐसा कहा जाता है कि मां लक्ष्मी बहुत ही चंचल हैं। वह किसी एक जगह पर अधिक समय तक नहीं ठहरती हैं। अत शुक्रवार के साथ अन्य दिनों में भी मां की पूजा-उपासना करनी चाहिए। धार्मिक गंथों में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की विधि बताई गई है।
शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की भक्तिभाव से पूजा करने पर साधक जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। ऐसा कहा जाता है कि मां लक्ष्मी बहुत ही चंचल हैं। वह किसी एक जगह पर अधिक समय तक नहीं ठहरती हैं। अत: शुक्रवार के साथ अन्य दिनों में भी मां की पूजा-उपासना करनी चाहिए। धार्मिक गंथों में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की विधि बताई गई है। इसकी शुरुआत पूजा घर से होती है। इसके लिए पूजा घर में इन चीज़ों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। अगर आपको नहीं पता हैं तो आइए जानते हैं-
मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा
ऐसा कहा जाता है कि जहां बुद्धि होती है वहीं धन भी रहता है। जब भगवान शिव ने अपने दोनों पुत्रों की बुद्धि परीक्षा ली तो इस परीक्षा में भगवान गणेश ने विजय श्री प्राप्त की है। अतः भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की एक साथ पूजा करनी चाहिए।
किस दिशा में रखें प्रतिमा
चिरकाल में भगवान शिव ने गणेश जी का वध कर दिया तो उन्होंने अपने दूतों को उत्तर दिशा में भेजा और कहा -जो भी इस दिशा में पहले दिख जाए। उसका मस्तिष्क ले आएं। उस समय भगवान शिव के दूतों ने ऐरावत का मुख लाया था। इसलिए भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा उत्तर दिशा में अवस्थित करें। घर में पूजा स्थल उत्तर अथवा उत्तर पूरब दिशा में रहना चाहिए।
मां लक्ष्मी का स्थान
कई बार लोग जाने-अनजाने में मां लक्ष्मी की प्रतिमा को भगवान गणेश के बाईं ओर रख देते हैं। इससे घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ जाती है क्योंकि पुरुष के बाईं ओर पत्नी बैठती हैं। जबकि मां लक्ष्मी आदिशक्ति है जो कि भगवान गणेश की मां हैं। अतः हमेशा मां लक्ष्मी की प्रतिमा भगवान गणेश के दाहिनी ओर रखें। इस तरह के उपाय करने से घर पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा हमेशा बनी रहती है।
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