Surya Grahan Date 2021: जानिए कब लग रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण और कहां-कहां दिखाई देगा

Surya Grahan Date Time 2021 4 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण अन्टार्कटिका और दक्षिण महासागर अफ्रीका महादेश के कई देश नामिबिया दक्षिण अफ्रीका समेत दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलियाई में भी दिखाई देगा। बात भारत की करें तो भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 09:38 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 02:49 PM (IST)
Surya Grahan Date 2021: जानिए कब लग रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण और कहां-कहां दिखाई देगा
Surya Grahan Date 2021: जानिए कब लग रहा है साल का आखिरी सूर्य ग्रहण और कहां-कहां दिखाई देगा

Surya Grahan 2021: 4 दिसंबर को सूर्य ग्रहण है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या को तिथि को सूर्य ग्रहण और पूर्णिमा की तिथि को चंद्र ग्रहण पड़ता है। ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसरा वलयाकार सूर्य ग्रहण है। इस दौरान राहु-केतु का नकारत्मक प्रभाव रहता है। अतः इस समय में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान, शुभ काम नहीं किए जाते हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं को इस समय घर में ही रहना चाहिए। आइए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं-

सूर्य ग्रहण का समय

भारतीय मानक समय के अनुसार सूर्य ग्रहण सुबह में 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर दोपहर में 3 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा। जबकि ग्रहण का परमग्रास 1 मिनट 54 सेकण्ड है। इस तरह सूर्य ग्रहण की अवधि 4 घंटे 8 मिनट है।

कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण

4 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण अन्टार्कटिका और दक्षिण महासागर, अफ्रीका महादेश के कई देश नामिबिया, दक्षिण अफ्रीका समेत दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलियाई में भी दिखाई देगा। बात भारत की करें, तो भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। भारत समेत एशिया महादेश में सूर्य ग्रहण नहीं पड़ रहा है।

सूर्य ग्रहण सूतक समय

चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के पूर्व के काल को सूतक कहा जाता है। सूर्य ग्रहण का सूतक समय अधिक और चंद्र ग्रहण का सूतक समय कम होता है। चंद्र ग्रहण के दिन सूतक तीन प्रहर पहले शुरू होकर ग्रहण की समाप्ति तक रहता है। जबकि सूर्य ग्रहण के दिन सूतक चार प्रहर पहले शुरू होकर ग्रहण की समाप्ति तक रहता है। एक प्रहर 3 घंटे का होता है। जबकि एक दिन में 8 प्रहर होते हैं। ज्योतिषों की मानें तो भारत में न ग्रहण दिखाई देगा और न ही सूतक लगेगा। इसका अर्थ यह हुआ है कि ग्रहण के दौरान कोई पाबंदी नहीं होगी। सामान्य दिनों की तरह जीवन-यापन कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर

''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।''

 

 

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