Sawan Ka Rudrabhishek : भगवान शिव का रुद्राभिषेक, जानिये अलग-अलग वस्तुओं से रुद्राभिषेक का फल

Sawan Ka Rudrabhishek सावन में भक्त अपने प्रभु को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं। पुराणों के अनुसार भगवान शिव बहुत ही दयालु हैं। अपने भक्तों के एक लोटा जल अर्पण करने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं।

By Ritesh SirajEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 11:35 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 11:35 AM (IST)
Sawan Ka Rudrabhishek : भगवान शिव का रुद्राभिषेक, जानिये अलग-अलग वस्तुओं से रुद्राभिषेक का फल
भगवान शिव का रुद्राभिषेक, जानिये अलग-अलग वस्तुओं से रुद्राभिषेक का फल

Sawan Ka Rudrabhishek : हिंदू धर्म में सावन माह को विशेष स्थान प्राप्त है। सावन में भगवान शिव की पूजा को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस मास में पूजा करने से भगवान शिव बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। सावन में रुद्राभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होता है। अंग्रेजी कलैण्डर के अनुसार सावन मास की शुरुआत 25 जुलाई से हो रही है। सावन में भक्त अपने प्रभु को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं। पुराणों के अनुसार भगवान शिव बहुत ही दयालु हैं। अपने भक्तों के एक लोटा जल अर्पण करने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। आइये आज हम जानते हैं भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए किन-किन वस्तुओं का प्रयोग होता है। 

कहां पर रुद्राभिषेक करना ज्यादा फलदायी होगा

किसी ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक करना सबसे उत्तम माना गया है। अपने आस-पास मंदिर के शिवलिंग पर रुद्राभिषेक किया जा सकता है। इसके अलावा घर में स्थापित शिवलिंग पर भी रुद्राभिषेक किया जा सकता है। शिवलिंग न होने की स्थिति में हम अंगूठे को शिवलिंग मानकर उसका अभिषेक कर सकते हैं। वैसे तो रुद्राभिषेक के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग को माना गया है।

अलग-अलग वस्तुओं से रुद्राभिषेक करने के फल भी अलग होते हैं

1. घी की धारा से अभिषेक करने से वंश बढ़ता है।

2. शिवलिंग पर गाय के दूध से अभिषेक करने पर आरोग्य जीवन प्राप्त होता है।

3. शिवलिंग पर शक्कर मिले दूध से अभिषेक करने से इंसान विद्वान होता है।

4. शिवलिंग पर भस्म से अभिषेक करने से इंसान को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

5. शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करने से पुरानी बीमारी नष्ट हो जाती है। 

6. शिवलिंग पर शक्कर मिले जल से अभिषेक करने पर संतान प्राप्ति की समस्या दूर हो जाती है।

7. शिवलिंग पर तेल से अभिषेक करने पर शनि की कदृष्टि से बचाव होता है। 

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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