Kajari Teej 2020:आज कजरी तीज का व्रत करते समय इन बातों का रखें खास ख्याल

Kajari Teej 2020 आज यानी 6 अगस्त को कजरी तीज का व्रत किया जाता है। यह व्रत सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद खास है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 06:45 AM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 07:54 AM (IST)
Kajari Teej 2020:आज कजरी तीज का व्रत करते समय इन बातों का रखें खास ख्याल
Kajari Teej 2020:आज कजरी तीज का व्रत करते समय इन बातों का रखें खास ख्याल

Kajari Teej 2020: कजरी तीज को कजली तीज, बूढ़ी तीज या सातूड़ी तीज भी कहा जाता है। इस तीज को हर क्षेत्र में अलग-अलग नाम से मनाया जाता है। भादो मास के तृतीय महीने को कजरी तीज का पर्व मनाया जाता है। आज यानी 6 अगस्त को कजरी तीज का व्रत किया जाता है। यह व्रत सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद खास है। सुहागिनें इस व्रत को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन की सुख और समृद्धि की कामना के लिए रखती हैं। वहीं, कुंवारी कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए यह व्रत करती हैं।

मान्यता है कि भगवान शिव को माता पार्वती ने कठोर तपस्या के बाद प्राप्त किया था। कजरी तीज के दिन महिलाएं माता पार्वती की आराधना करती हैं। कहते हैं इस दिन नीमड़ी माता को जल, रोली, चावल, मेंहदी और सुहाग का सामान अर्पित किया जाता है। वहीं, मां पार्वती और भगवान शिव के मंत्रों का जाप किया जाता है। इस व्रत को करने से माता पार्वती और भगवान शिव की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है।

कजरी तीज के दिन इन बातों का रखें खास ख्याल: कजरी तीज के दिन पकवान बनाए जाते हैं। इस दिन जौ, गेहूं, चना और चावल के सत्तू में घी और मेवा मिलाकर अगल-अलग तरह के पकवान बनते हैं। चांद को अर्ध्य देने के बाद ही भोजन कर व्रत खोला जाता है। इस दिन विशेष तौर पर गायों की पूजा की जाती है। इसके लिए गाय को आटे की सात लोईयों पर गुड़ और घी रखकर खिलाया जाता है। इस दिन घर में झूले लगाए जाते हैं। सभी महिलाएं एक साथ मिलकर नाचती और गाती हैं। कजरी तीज के दिन विशेष तौर पर नाचने गाने की परंपरा है। यह व्रत वैसे तो निर्जला ही किया जाता है। लेकिन अगर स्त्री गर्भवती है तो वो फलाहार कर सकती है। चांद को अर्ध्य देकर ही व्रत खोला जाता है। 

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