Vivah Panchami 2021: विवाह में आने वाली बाधा दूर करने के लिए विवाह पंचमी पर करें ये उपाय

ऐसी मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन भगवान श्रीराम और माता सीता की विधिवत पूजा करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासकर अविवाहित जातकों की शादी शीघ्र हो जाती है और मनचाहा वर की प्राप्ति होती है।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:53 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 10:33 AM (IST)
Vivah Panchami 2021: विवाह में आने वाली बाधा दूर करने के लिए विवाह पंचमी पर करें ये उपाय
Vivah Panchami 2021: विवाह में आने वाली बाधा दूर करने के लिए विवाह पंचमी पर करें ये उपाय

Vivah Panchami 2021: 8 दिसंबर को विवाह पंचमी है। इस दिन माता सीता भगवान श्रीराम का स्वंयवर हुआ है। अतः विवाह पंचमी तिथि का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन भगवान श्रीराम और माता सीता की विधिवत पूजा करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासकर अविवाहित जातकों की शादी शीघ्र हो जाती है और मनचाहा वर की प्राप्ति होती है। अगर आपकी शादी में भी अड़चनें आ रही है, तो इन उपायों को जरूर करें -

शीघ्र विवाह हेतु निम्न मंत्र का जाप रोजाना करें-

लड़कियों के लिए

1.

“ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा”

2.

“ॐ श्रीं वर प्रदाय श्री नामः”

3.

“क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा”

4.

“ॐ ग्रां ग्रीं ग्रों स: गुरूवे नम:”

5.

ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि।

नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:॥

लड़कों के लिए

1.

“ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा”

2.

-“ॐ सृष्टिकर्ता मम विवाह कुरु कुरु स्वाहा”

3.

-“क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा”

4.

-पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्।

तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।

शीघ्र शादी के उपाय

-विवाह पंचमी के दिन माता जानकी और भगवान श्रीराम की पूजा-उपासना करें। इस दिन विवाह और मनचाहा वर हेतु व्रत उपवास रख सकते हैं। साथ ही राम-जानकी स्तुति कर सकते हैं।

-ज्योतिषों की मानें तो शीघ्र विवाह के लिए प्रत्येक गुरुवार को जल में एक चुटकी हल्दी मिलाकर स्नान करें। इससे गुरु मजबूत होता है। गुरु के मजबूत रहने से लड़कियों की शादी शीघ्र हो जाती है।

-लड़कियों को उत्तर पश्चिम और लड़कों को पूरब दिशा में सिर रखकर सोना चाहिए।

-हर सोमवार और शनिवार के दिन शिवजी की पूजा करें। शनि, राहु, केतु, कालसर्प और पितृ दोष को दूर करने के लिए शिवजी की पूजा करनी चाहिए। इन दोषों के चलते शादी में अड़चनें आती है। अतः विवाह पंचमी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-आराधना अवश्य करें।

डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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