Rajasthan Political Crisis: जयपुर में 12 निर्दलीय विधायकों ने की बैठक, संयम लोढ़ा बोले-कैबिनेट विस्तार के लिए ना बने दबाव

Rajasthan Political Crisis राजस्थान के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों - संयम लोढ़ा रामकेश मीणा रमीला खड़िया सुरेश टांक खुशवीर सिंह महादेव सिंह खंडेला ओम प्रकाश हुडला रामकुमार गौर कांति चंद मीणा लक्ष्मण मीणा आलोक बेनीवाल बाबूलाल ने जयपुर के एक होटल में बैठक की।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:45 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:45 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: जयपुर में 12 निर्दलीय विधायकों ने की बैठक, संयम लोढ़ा बोले-कैबिनेट विस्तार के लिए ना बने दबाव
जयपुर में 12 निर्दलीय विधायकों ने की बैठक। फाइल फोटो

जयपुर, एएनआइ। राजस्थान में जारी सिसायी संकट के बीच बुधवार को प्रदेश के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों - संयम लोढ़ा, रामकेश मीणा, रमीला खड़िया, सुरेश टांक, खुशवीर सिंह, महादेव सिंह खंडेला, ओम प्रकाश हुडला, रामकुमार गौर, कांति चंद मीणा, लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल, बाबूलाल ने जयपुर के एक होटल में बैठक की। निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि निर्दलीय विधायकों की यह बैठक सरकार से ग्राम सेवकों और पटवारियों के रिक्त पदों को भरने के लिए शासन में सुधार करने और अनुबंध श्रमिकों को नियमित करने की प्रक्रिया शुरू करने की मांग करती है। यह सीएम गहलोत को कोविड से निपटने के लिए बधाई देता है और उनके नेतृत्व में अपना विश्वास दोहराता है। उनके मुताबिक, कैबिनेट का विस्तार कब और किसे शामिल किया जाए, यह तय करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। यह राज्य के लोगों के हित में नहीं है कि वे दबाव बनाएं और इसके लिए समय सीमा (कैबिनेट विस्तार) की मांग करें।

इधर, प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अब राज्य की राजनीति में दखल रखने वाली तीन मजबूत जातियों जाट,मीणा और गुर्जर का गठजोड़ बनाने की रणनीति बनाई है। पूर्वी राजस्थान के गुर्जर और मीणा बाहुल्य इलाकों में पहले से ही पायलट की मजबूत पकड़ है। पायलट आगामी दिनों में कोटा और उदयपुर संभाग के गुर्जर, मीणा बाहुल्य इलाकों में जाने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल, प्रदेश के इन इलाकों में उनकी पकड़ कमजोर है। इसी के साथ वे जाट बाहुल्य नागौर, जोधपुर, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, सीकर जिलों में अपनी मजबूत पकड़ बनाने के लिहाज से युवाओं के संपर्क में है। इन जिलों से चार जाट युवा विधायक पायलट के खेमे हैं। इन्ही विधायकों के सहारे वह जाट समाज में पहुंच बनाने में जुटे हैं। अगले माह से वह विधानसभा क्षेत्रवार किसान सम्मेलनों को संबोधित करेंगे। लोगों के बीच जाकर सचिन पायलट उनकी समस्याएं जानेंगे और फिर सरकार की घेराबंदी करेंगे। 

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