निजी अस्पताल की अवैध छत से गिरा श्रमिक, बीस लाख मुआवजे के लिए अड़े परिजन, नहीं उठाया शव

शहर के रामपुरा चौराहा स्थित एक निजी अस्पताल में काम के दौरान मंगलवार को निर्माणाधीन छत से गिरने से एक श्रमिक की मौत हो गई जबकि तीन अन्य श्रमिक घायल हो गए।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 23 Oct 2019 10:38 AM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 10:38 AM (IST)
निजी अस्पताल की अवैध छत से गिरा श्रमिक, बीस लाख मुआवजे के लिए अड़े परिजन, नहीं उठाया शव
निजी अस्पताल की अवैध छत से गिरा श्रमिक, बीस लाख मुआवजे के लिए अड़े परिजन, नहीं उठाया शव

उदयपुर, जेएनएन। शहर के रामपुरा चौराहा स्थित एक निजी अस्पताल में काम के दौरान मंगलवार को निर्माणाधीन छत से गिरने से एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य श्रमिक घायल हो गए। मृतक श्रमिक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से बीस लाख रुपये मुआवजे की मांग करते हुए शव लेने से इंकार कर दिया। देर शाम तक पुलिस समझाती रही लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।

मिली जानकारी के अनुसार नाई थाना क्षेत्र के रामपुरा चौराहा स्थित हरिओम अस्पताल में छठी मंजिल पर छत के निर्माण का काम चल रहा था। वहां राजू मीणा नामक श्रमिक प्लास्टर कर रहा था। तभी छत भरभराकर गिर गई और वह नीचे जा गिरा। वहां काम कर रहे तीन अन्य श्रमिक भी गिरे लेकिन वह संभल गए और बच गए। जबकि राजू मीणा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

बताया गया कि छत दो दिन पहले ही डाली गई थी और पक्की नहीं थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। इधर, लोगों ने इस निर्माण को अवैध बताया और कहा कि अवैध निर्माण के लिए आनन-फानन में काम कराया जा रहा था और अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से श्रमिक की जान गई। नगर विकास प्रन्यास के सचिव बाल मुकुंद असावा से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने भी अवैध निर्माण की पुष्टि करते हुए कहा कि पूर्व में इसके अवैध निर्माण को लेकर तहसीलदार के जरिए नोटिस भेजा गया था और कोर्ट में परिवाद पेश कर रखा है। इसके बावजूद यह निर्माण कराया जा रहा था।

इधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा का कहना है कि हॉस्पिटल प्रबंधन के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 एक यानी गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। अवैध निर्माण को लेकर भी संबंधित अधिकारी से रिपेार्ट ली जाएगी। 

बिरला सीमेंट हादसे में पांचवें श्रमिक की मौत

चित्तौडग़ढ़ स्थित बिरला सीमेंट में 23 दिन पहले हुए हादसे में झुलसे एक और श्रमिक ने सोमवार देर रात अहमदाबाद के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके साथ ही इस हादसे में मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। जिसका शव मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद दोपहर बाद चित्तौडग़ढ़ लाया गया।

बिरला सीमेंट उद्योग में गत 29 सितम्बर को हुए हादसे में पंद्रह श्रमिक झुलस गए थे। जिनमें से चौदह को उपचार के लिए अहमदाबाद ले जाया गया। सोमवार देर रात श्रमिक आजादसिंह की मौत हो गई। इससे पहले श्रमिक सांवरलाल, सुखवंतसिंह, विकास भाटी और गुड्डू पासवान की मौत हो चुकी है।

गंगरार के पुलिस उपाधीक्षक वृद्धिचंद गुर्जर ने बताया कि आजादसिंह के शव का पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह कराया गया। अभी भी वहां भर्ती श्रमिकों की हालत गंभीर बनी हुई है।

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