Coronavirus: चार लोगों की जिंदगी बचाने वाला वेंटिलेटर जयपुर यूनिवर्सिटी में तैयार
Coronavirus. जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी (अस्पताल) में अमेरिका की तर्ज पर ऐसा वेंटिलेटर तैयार किया गया है जिससे एक साथ चार लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Coronavirus. कोरोना वायरस देश और प्रदेश में लगातार फैलता जा रहा है। तेजी से फैलते कोरोना के अनुपात में सरकार के पास वेंटिलेटर्स की कमी है। इसी कमी को पूरा करने के लिए जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी (अस्पताल) में अमेरिका की तर्ज पर ऐसा वेंटिलेटर तैयार किया गया है, जिससे एक साथ चार लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। इस वेंटिलेटर पर एक साथ चार लोगों को रखा जा सकेगा।
यूनिर्विसटी के चिकित्सकों ने अमेरिकी विशेषज्ञों से वीडियो कांफ्रेंसिंग की माध्यम से इस वेंटिलेटर को तैयार करने के गुर सीखे और फिर इसे अमल में ला दिया। यूनिवर्सिटी का दावा है कि इस तरह का यह पहला वेंटिलेटर है, जिससे एक साथ चार लोगों को जीवन बचाया जा सकता हो। अब तक अमेरिका में ही इस तरह के वेंटिलेटर बनते रहे हैं। साधारणतया वेंटिलेटर के साथ दो टी पीस कनेक्टर जोड़ते हैं। इसमें एक को इंसपीरेटरी पार्ट के साथ और दूसरे को एक्सपीरेटरी पार्ट के साथ जोड़कर एक साथ चार वेंटिलेटर र्सिकट कनेक्ट किए गए हैं। एक जैसे मरीजों में इसे काम में लिया जा सकता है।
जेएनयू के कुलपति डॉ. संदीप बख्शी का दावा है कि इस तरह के वेंटिलेटर अमेरिका को छोड़कर अन्य कहीं नहीं है। उन्होंने अमेरिका के विशेषज्ञों से बात की और हमारे यहां वेंटिलेटर की कमी को देखते हुए ऐसा वेंटिलेटर बनाने में मदद करने का आग्रह किया, जिससे एक से अधिक लोगों का जीवन बचाया जा सकता हो। यूनिवर्सिटी के मेडिकल विभाग में तैनात चिकित्सकों ने इस काम में मदद की और वेंटिलेटर बनकर तैयार हो गया। उन्होंने बताया कि इस तरह का वेंटिलेटर आपदा के समय एक जैसे मरीजों के लिए काम लिया जा सकता है। इसे अलग-अलग बीमारियों के मरीजों के लिए काम में नहीं लिया जा सकता, क्योंकि उससे क्रॉस इंफेक्शन का खतरा रहता है।
उन्होंने दावा किया कि यह मल्टीयूजर वेंटिलेटर अन्य वेंटिलेटर से सस्ता भी पड़ता है। सेनेटाइजर और मास्क की कमी को देखते हुए यूएनयू में सेनेटाइजर बनाए हैं, जिन्हें सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा।
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