Rajasthan: वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों ने जेपी नड्डा से नेतृत्व के खिलाफ की शिकायत

Rajasthan राजस्थान में वसुंधरा राजे समर्थक डेढ़ दर्जन विधायकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भेजकर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर उन्हें विधानसभा में बोलने अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याएं उठाने का मौका नहीं देने का आरोप लगाया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 08:23 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 08:23 PM (IST)
Rajasthan: वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों ने जेपी नड्डा से नेतृत्व के खिलाफ की शिकायत
वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों ने जेपी नड्डा से नेतृत्व के खिलाफ की शिकायत। फाइल फोटो

जयपुर, नरेंद्र शर्मा। Rajasthan: राजस्थान भाजपा में दिग्गज नेताओं की अंतर्कलह बढ़ती जा रही है। नेताओं में आपसी विवाद इस हद तक बढ़ गया है कि मामला पार्टी आलाकमान तक पहुंच गया। अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्थक डेढ़ दर्जन विधायकों ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र भेजकर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर उन्हें विधानसभा में बोलने, अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याएं उठाने का मौका नहीं देने का आरोप लगाया है।वसुंधरा समर्थक विधायकों का आरोप सीधे तौर पर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, मुख्य सचेतक राजेंद्र राठौड़ व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया के खिलाफ है। ये तीनों नेता विधानसभा में पार्टी की तरफ से बोलने वाले विधायकों के नाम तय करते हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल व पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी की अगुवाई में लिखे गए पत्र में आरोप लगाया गया है कि सदन में पार्टी नेतृत्व पक्षपात करते हुए उन्हें स्थगन प्रस्ताव सहित अन्य मुद्दों पर बोलने का मौका नहीं देता है।

विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पत्र लिखने वालों में मेघवाल और सिंघवी के अलावा पुष्पेंद्र सिंह राणावत, नरपत सिंह राजवी, काली चरण सराफ, नरेंद्र नागर, कालूराम मेघवाल, गोविंद रानीपुरिया, रामप्रताप कासनिया, अशोक डोगरा, गौतम लाल मीणा, रामस्वरूप लांबा, धर्मेद्र मोची, जोगाराम कुमावत, हरेंद्र निनामा, गोपीराम मीणा, छगत सिंह, शंकर सिंह रावत शामिल हैं। इस बारे में मेघवाल ने कहा कि भाजपा विधायक दल के नेता की तरफ से विधानसभा में बोलने वाले विधायकों की जो सूची स्पीकर को दी जाती है, उसमें वसुंधरा समर्थकों का नाम नहीं होता है। सूत्रों के अनुसार, इन विधायकों द्वारा लिखे गए पत्र की प्रति कटारिया, राठौड़ व पूनिया को भी भेजी गई है। उल्लेखनीय है कि वसुंधरा समर्थक विधायकों व नेताओं ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग को लेकर मुहिम चला रखी है। इस बारे में आलाकमान को संदेश पहुंचाया गया है। 

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