Taliban: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, देश में तालिबान समर्थकों के लिए कोई स्थान नहीं

Rajasthan केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद कैलाश चौधरी ने कहा कि भारत में ऐसे लोग बैठे हैं जो तालिबान समर्थक हैं। ऐसे लोग देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। चौधरी ने कहा कि देश में तालिबान समर्थकों के लिए कोई स्थान नहीं है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 25 Aug 2021 05:45 PM (IST) Updated:Wed, 25 Aug 2021 05:45 PM (IST)
Taliban: केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, देश में तालिबान समर्थकों के लिए कोई स्थान नहीं
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी बोले, देश में तालिबान समर्थकों के लिए कोई स्थान नहीं। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के जैसलमेर जिले में क्रिकेट ट्राफी में एक टीम का नाम तालिबान क्लब रखने को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद कैलाश चौधरी ने कहा कि भारत में ऐसे लोग बैठे हैं, जो तालिबान समर्थक हैं। ऐसे लोग देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए चौधरी ने कहा कि देश में तालिबान समर्थकों के लिए कोई स्थान नहीं है। इनके दिन लदने वाले हैं। दरअसल, जैसलमेर जिले के जसूराना गांव में अलादीन खान स्मृति क्रिकेट ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है। 22 अगस्त से शुरू हुआ यह आयोजन अभी दो दिन और चलेगा। इसमें शामिल होने के लिए कई टीम बनाई गईं। इनमें से एक टीम तालिबान नाम से बनाई गई। इसी नाम को लेकर विवाद हो गया।

हिंदूवादी संगठनों ने इसका विरोध किया। हालांकि मामला बढ़ने पर टीम का नाम बदल दिया गया। आयोजकों ने टीम के नाम को लेकर माफी भी मांगी है। विवाद के बीच अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर आए चौधरी ने कहा कि अफगानिस्तान के हालात खराब हो रहे हैं। लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। केंद्र सरकार ने भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकाला। अब जितने भी भारतीय वहां बचे हैं, उन्हें भी यहां लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि तालिबानी अफगानिस्तान में आम लोगों के साथ कैसा खराब व्यवहार कर रहे हैं। यह सबको पता है। भारत में तालिबान का नाम लेने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। यहां रहने वालों को भारत माता की जय बोलना होगा। 

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की प्रमुख मिशेल बेशलेट ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान आम लोगों के साथ ही पूर्व सरकार के सैनिकों की हत्याएं कर रहा है। हालांकि उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उनके पास तालिबान के मानवाधिकार के उल्लंघन संबंधी घटनाओं को लेकर भरोसेमंद सूत्रों से रिपोर्ट मिली है। उन्होंने जेनेवा फोरम से आग्रह किया कि वह तालिबान की हरकतों पर नजर रखने के लिए एक प्रणाली विकसित करें।

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