Phone Tapping Case: केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया, किसे कहते हैं भगोड़ा
Phone Tapping Case केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने महेश जोशी काे राजस्थान के भविष्य का भगोड़ा करार देते हुए कहा कि भारतीय दंड संहिता के अनुसार पुलिस ने जिस व्यक्ति को समन किया हो और वह हाजिर नहीं हो तो उसे भगोड़ा माना जा सकता है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच टेलीफोन टैपिंग का मामला भी गरमाया हुआ है। इस मामले में अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच राजस्थान के सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी से पूछताछ के लिए जयपुर आएगी। दिल्ली पुलिस ने महेश जोशी को बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया था, लेकिन वे गए नहीं और अपना जवाब भेज दिया। जोशी ने टेलीफोन टैपिंग मामले में दो दिन पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भगोड़ा बताते हुए कहा कि वे अपना वॉइस सैंपल देने राजस्थान पुलिस के पास नहीं आ रहे हैं। इस पर शुक्रवार को शेखावत ने पलटवार किया। शेखावत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि थाइलैंड और बैंकाक घूमने वाले भगोड़ा होते हैं, मैं नहीं हूं।
उन्होंने जोशी काे राजस्थान के भविष्य का भगोड़ा करार देते हुए कहा कि भारतीय दंड संहिता के अनुसार पुलिस ने जिस व्यक्ति को समन किया हो और वह हाजिर नहीं हो तो उसे भगोड़ा किया जा सकता है या भगोड़ा माना जा सकता है। जिस व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा हो, वह सजा से पहले ही फरार हो जाए तो वह भगोड़ा होता है। उन्होंने कहा कि मुझे ना तो किसी पुलिस ने बुलाया और न ही समन किया। मुझे राजस्थान पुलिस सुरक्षा दे रही है, अधिकारी प्रोटोकॉल में मिलने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान में ही हूं। जोशी के बयान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उलटा चोर कोतवाल को डांटे। जोशी को दिल्ली पुलिस ने बुलाया है, उन्हें वहां पेश होना चाहिए, नहीं तो उन्हें जरूर भगोड़ा घोषित कर दिया जाएगा। दरअसल, खुद को नोटिस मिलने के बाद जोशी ने शेखावत को भगोड़ा बताते हुए कहा था कि वे राज्य एसओजी को वॉइस सैंपल नहीं दे रहे हैं।
कांग्रेस बोली, ओछे हथकंड़े अपना रही है केंद्र सरकार
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बयान में कहा कि जोशी को गैर कानूनी तरह से नोटिस देकर दिल्ली पुलिस बुला रही है। इस तरह केंद्र सरकार अपनी संवैधानिक ताकत का दुरुपयोग कर रही है। केंद्र और राज्य के बीच टकराव की स्थिति पैदा की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के माध्यम से केंद्र सरकार ओछे हथकडे अपना रही है। उधर, जोशी समर्थकों ने शुक्रवार को जयपुर में दिल्ली पुलिस और शेखावत के विरोध में प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने शेखावत के खिलाफ नारेबाजी की।
जाने, क्या है मामला
पिछले साल सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय का टेलीफोन टैपिंग मामला है। उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा द्वारा एक ऑडियो मीडिया को जारी किया गया था। पायलट समर्थक विधायक भंवर लाल शर्मा और गजेंद्र सिंह शेखावत की बातचीत का दावा किया था। इस ऑडियो में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर दो लोगों में आवाज सुनाई दे रही है। किसी संजय जैन का नाम भी इस बातचीत में आता है। ऑडियो के आधार पर महेश जोशी ने गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवा कर कहा था कि वे अशोक गहलोत सरकार गिराने का प्रयास कर रहे हैं। मामले की जांच एसओजी कर रही है।