Rajasthan: पोकरण फायरिंग रेंज में बम फटने से मजदूर की मौत
Rajasthan राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में बम फटने से मजदूर रविंद्र की मौत हो गई। रविंद्र ठेकेदार के लिए काम करता था। वह फायरिंग रेंज में सेना के स्क्रैन उठाता और सफाई भी करता था। उसके साथ और भी मजदूर काम कर रहे थे।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan: भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में बम फटने से मजदूर रविंद्र की मौत हो गई। रविंद्र ठेकेदार के लिए काम करता था। वह फायरिंग रेंज में सेना के स्क्रैन उठाता और सफाई भी करता था। उसके साथ और भी मजदूर काम कर रहे थे। लाठी पुलिस थाना अधिकारी अचलाराम चौधरी ने बताया कि मजदूर स्क्रैप एकत्रित कर रहा था। उसी दौरान एक बम भी वहां पड़ा हुआ था। मजदूर ने जैसे ही बम को हाथ लगाया तो वह फट गया। मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर सेना और पुलिस के उच्च अधिकारी मौके के पर पहुंचे। उसका शव पोकरण अस्पताल में रखवाया गया। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। मजदूर रविंद्र श्रीगंगानगर का रहने वाला था। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी, परिजन पहुंचे तो शव उन्हें सौंप दिया गया।
उल्लेखनीय है कि पाक सीमा के पास जैसलमेर जिले की पोकरण फायरिंग रेंज में सेना नियमित रूप से युद्धाभ्यास करती रहती है। अन्य देशों की सेनाओं के साथ भी भारतीय सेना का युद्धाभ्यास होता रहता है। इस दौरान कई बार जिंदा बम यहां रह जाते हैं। फायरिंग रेंज में स्क्रैप हटाकर सफाई करने का काम लगातार चलता रहता है। इसी दौरान कई बार जिंदा बम फट जाते हैं। इससे पहले अगस्त, 2019 में पोकरण फायरिंग रेंज में टैंक फायरिंग प्रैक्टिस के दौरान सेना के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले टैंक-90 "भीष्म" का बैरल जोरदार धमाके के साथ फट गया। टैंक से फायर किए जाने के दौरान गोला टैंक के बैरल में ही फट गया। इस दौरान किसी जवान के हताहत होने की बात सामने नहीं आई है।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक, ऐसा पहली बार हुआ है कि सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले टैंक "भीष्म"बैरल फटा हो। सेना ने इसकी जांच शुरू कर दी है। जांच की जा रही है कि बैरल फटने का क्या कारण रहा। यह हादसा देर शाम को उस समय हुआ, जब टी-90 रशियन युद्धक टैंक पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में टैंक फायरिंग प्रैक्टिस में हिस्सा ले रहा था। टी-90 युद्धक टैंक एक खास प्रकार का टैंक है जो रात में भी दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने में सक्षम है। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना के पास वर्तमान में 1070 टी-90 टैंक है। सेना में इसे भीष्म के नाम से पहचाना जाता है। सेना साल,2001 से इन टैंकों का प्रयोग कर रही है। पाकिस्तान से सटी राजस्थान की सीमा पर भी ये टैंक तैनात किए गए।