सहकर्मी की मौत पर आर्थिक सहायता के लिए उदयपुर पुलिस के जवान ने सात दिन में जुटाए सात लाख रुपए

मृत साथी के परिवार को आर्थिक सहायता के लिए उसने सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाया और उसमें साथी पुलिसकर्मियों को जोड़कर सहायता मांगी। जिसके बाद किसी पुलिसकर्मी ने पांच सौ रुपए की सहायता प्रदान की तो किसी ने इक्यावन हजार रुपए तक की सहायता।

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 11:10 AM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 11:10 AM (IST)
सहकर्मी की मौत पर आर्थिक सहायता के लिए उदयपुर पुलिस के जवान ने सात दिन में जुटाए सात लाख रुपए
उदयपुर पुलिस के जवान ने सात दिन में जुटाए सात लाख रुपए

उदयपुर, संवाद सूत्र। अपने सहकर्मी की मौत पर उदयपुर पुलिस के एक जवान ने उसके परिवार को आर्थिक सहायता के लिए एक सप्ताह में सात लाख रुपए एकत्र कर लिए। उसके इस प्रयास की चहूंओर प्रशंसा हो रही है। मृत साथी के परिवार को आर्थिक सहायता के लिए उसने सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाया और उसमें साथी पुलिसकर्मियों को जोड़कर सहायता मांगी। जिसके बाद किसी पुलिसकर्मी ने पांच सौ रुपए की सहायता प्रदान की तो किसी ने इक्यावन हजार रुपए तक की सहायता।

जिले के ओगणा थाने के कांस्टेबल नरेश यादव की 27 मई को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। युवा पुलिसकर्मी के साथ परिवार के कमाउ पूत के निधन से परिवार पूरी तरह टूट चुका था। इस पर उसके साथी पुलिसकर्मी सुनील विश्नोई ने अपने साथियों से नरेश यादव के परिजनों को आर्थिक सहायता को लेकर विचार-विमर्श किया। उसने कहा कि वह सब मिलकर भी बड़ी राशि एकत्रित नहीं कर सकते। ऐसे में सुनील के दिमाग में सोशल मीडिया के जरिए जिले के साथी पुलिसकर्मियों से सहायता मांगने का विचार आया। उसने सोशल मीडिया पर एक ग्रुप का गठन किया और जिसमें जिले के कई पुलिसकर्मियों को जोड़ा। इसके बाद नरेश के परिजनों को आर्थिक सहायता की राह खुल गई।

सुनील का कहना है कि उसने साथी पुलिसकर्मियों ने न्यूनतम पांच सौ रुपए की सहायता की मांग की थी और एक साथी ने 51 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की। इस तरह महज सात दिन में सात लाख रुपए एकत्रित कर लिए गए और दिवंगत पुलिसकर्मी नरेश यादव के परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान करने में सफलता हासिल की। उसने कहा कि उसे अपने साथी पुलिसकर्मियों पर गर्व है।

झुंझुनूं का रहने वाला था सिपाही नरेश

पुलिस सूत्रों ने बताया कि ओगणा थाने में सेवारत सिपाही नरेश यादव मूलत: झुंझुनूं का रहने वाला था और उसका परिवार यहां पुलिस लाइन में रहता था। गत 27 मई गुरुवार को वह ड्यूटी के दौरान अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी थी और ग्रामीण उसे अस्पताल लेकर गए लेकिन उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।  

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