उदयपुर को कोरोना मुक्त करने की घोषणा की तैयारी के बीच सामने आए दो कोरोना मरीज
बीस दिन बाद उदयपुर में कोरोना ने दी दस्तक। प्रसाशन और चिकित्सा महकमे में खलबली। कोरोना पॉजीटिव मरीज दंपती हैं और हाल ही मुम्बई से लौटे थे। रोगियों में से पुरुष निजी अस्पताल में भर्ती है। जबकि उनकी पत्नी घर पर ही आइसोलेट हैं।
उदयपुर, संवाद सूत्र। बीस दिन बाद उदयपुर में कोरोना ने दस्तक दी है। सोमवार को उदयपुर में कोरोना के दो मरीज पाए। जिसको लेकर और चिकित्सा महकमे में खलबली मच गई। हालांकि पता चला कि कोरोना पॉजीटिव मरीज दंपती हैं और हाल ही मुम्बई से लौटे थे। तबियत खराब होने पर उन्होंने टेस्ट कराया तो वह पॉजीटिव पाए गए। रोगियों में से पुरुष निजी अस्पताल में भर्ती है। जबकि उनकी पत्नी घर पर ही आइसोलेट हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले बीस दिन से उदयपुर जिले में एक भी कोरोना मरीज नहीं आने पर सोमवार को उदयपुर जिले को कोरोना मुक्त घोषित किए जाने की तैयारी चल रही थी कि अचानक दो नए रोगी आने से विभाग सकते में आ गया। इनसे पहले उदयपुर में एक भी संक्रमित रोगी नहीं था और आइसोलेट रोगी भी निगेटिव आ चुके थे। इसके चलते सोमवार को उदयपुर जिले को कोरोना मुक्त घोषित किए जाने की तैयारी चल रही थी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी का कहना था कि अचानक दो मामले सामने आने से चिंता बढ़ गई थी। हालांकि जब इसका पता लगाया तो मालुम हुआ कि उदयपुर के रहने वाले दंपती पिछले महीने अपने पुत्र से मिलने मुम्बई गए थे। वहां से लौटने के बाद उनकी तबियत खराब हो गई थी। टेस्ट कराने पर इनमें कोरोना वायरस डिटेक्ट हुआ दंपती में शामिल पति गीतांजली अस्पताल में भर्ती है। जबकि उनकी पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब नहीं है और वो होम आइसोलेशन में हैं।
डॉ. खराड़ी का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है लेकिन हमें अब भी मास्क और सेनेटाइजर के उपयोग के साथ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इससे पहले 22 सितम्बर को कोरोना के 2 केस सामने आए थे। तब से 20 दिन तक उदयपुर में कोरोना का कोई नया मामला नहीं आया था। दोनों मरीज गत 2 अक्टूबर को रिकवर हो गए। इसके दस दिन पूरा होने तथा नए रोगी सामने नहीं आने पर जिले को कोरोना मुक्त घोषित किए जाने की तैयारी थी, लेकिन अचानक नए रोगी सामने आने से झटका लगा है।