Reet Exam: जोधपुर में रीट परीक्षा में नंबर बढ़ाने की गारंटी लेने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार
Reet Exam रीट परीक्षा में नंबर बढ़ाने की गारंटी का कहकर एक-एक लाख रुपये लेने के मामले में एसओजी ने जोधपुर से तीन लोगों को पकड़ा है। एसओजी ने डिकाय के जरिये इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। 26 सितंबर को होने वाली रीट परीक्षा में नंबर बढ़ाने की गारंटी का कहकर एक-एक लाख रुपये लेने के मामले में एसओजी ने कार्रवाई करते हुए जोधपुर से तीन लोगों को पकड़ा है। एसओजी ने डिकाय के जरिये इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। इसके लिए एसओजी ने 50000 रुपये के नकली नोटों के साथ व्यक्ति को भेजा और मामले में घेराबंदी कर मनोहर सिंह नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा है, जिससे पूछताछ के बाद इसके दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विभिन्न लोगों से परीक्षा में नंबर बढ़वाने के नाम से एक-एक लाख रुपये ले रहे थे। एसओजी को इसकी शिकायत मिली थी। सत्यापन के बाद टीम जोधपुर ने डिकाय आपरेशन किया और जोधपुर के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस तरह दबोचा
टीम ने पचास हजार रुपये के डमी नोट देकर एक सदस्य को इनके पास भेजा। कार्रवाई को अंजाम देते हुए आरोपित युवक मनोहर सिंह को जोधपुर मेडिकल कालेज के बाहर से घेराबंदी कर पकड़ लिया। इसके बाद अन्य दो लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया। जिनसे पूछताछ की जा रही है। राजस्थान में 26 सितंबर को रीट परीक्षा का आयोजन हो रहा है, जिसमें की तकरीबन 26 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। परीक्षा के सफल आयोजन के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें मुस्तैद हैं। साथ ही, पेपर को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। सरकार ने भी परीक्षा की गंभीरता को देखते हुए सभी कर्मचारियों के लिए रेस्मा कानून आगामी दिनों के लिए लगाया है, जिसके सभी राज कर्मचारी किसी तरह का आंदोलन, हड़ताल, सामूहिक अवकाश इत्यादि नहीं ले सकेंगे।
नीट फर्जीवाड़ा में मास्टरमाइंड सहित पांच न्यायिक हिरासत में
अजमेर, संवाद सूत्र। नीट में फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर असल परीक्षार्थी से 30 लाख रुपये तक वसूलने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड सहित पांच आरोपितों को अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा के आदेश दिए हैं। रिमांड अवधि पूरी होने पर पुलिस ने इन्हें मंगलवार को अदालत के समक्ष पेश किया था। अब तक कुल 13 आरोपितों को इस मामले में जेल भेजा जा चुका है। प्रकरण के अनुसंधान अधिकारी सीआइ अरविंद चारण ने बताया कि जेल जाने वाले आरोपितों में गिरोह के मास्टरमाइंड बानसूर अलवर निवासी अर्पित स्वामी, सीकर निवासी महेन्द्र सैन, उत्तम नगर वेस्ट दिल्ली निवासी गजेन्द्र स्वामी उर्फ राहुल, बिहार हाल कोटा निवासी मोहम्मद तंजिल, चित्तौड़गढ़ निवासी डा राजन शामिल हैं। पुलिस को नीट फर्जीवाड़ा प्रकरण में अभी एक दर्जन और आरोपितों की तलाश है। इनमें, महेन्द्र चौधरी, मोहित, अजीत व डॉ खुर्शीद, सहित अन्य फर्जी व असल परीक्षार्थी शामिल हैं। पुलिस की टीमें इनकी तलाश में जगह जगह दबिश दे रही है। इससे पहले आरोपित योगेन्द्र स्वामी, अनोज, प्राची, प्रद्युमन सिंह, प्रिया चौधरी, अंकित यादव, प्रवीण मण्डा, व सांवलमल को अदालत के आदेश पर पहले ही हवालात में डाला जा चुका है। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एस सेंगाथिर ने मामले में शिकायत मिलने पर स्वयं के निर्देशन में रेंज कार्यालय के एडिशनल एसपी राजेश चौधरी, एडिशनल एस पी वैभव शर्मा, एडिशनल एसपी डीडवाना विमल नेहरा के नेतृत्व में तीन टीमें बनाकर कई शहरों में दबिश देकर गिरोह का पर्दाफाश किया था।