Rajasthan: जोधपुर में आइआइटी में चोरों ने लगाई सेंध, स्टोर रूम से हजारों का इलेक्ट्रिकल सामान पार
Rajasthan पुलिस ने बताया कि आइआइटी परिसर में बुधवार की रात तैनात गार्ड प्रयाग सिंह ने रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि रात में वह एक अन्य गार्ड के साथ ड्यूटी पर था। चार चोरों को आइआइटी परिसर में घुस कर स्टोर व अन्य दरवाजों को तोड़ते देखा गया।
जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में जोधपुर के निकटवर्ती करवड़ स्थित आइआइटी में बुधवार की रात चार चोरों ने सेंधमारी की। चोरों ने वहां से हजारों का इलेक्ट्रिकल सामान पार कर लिया। चोरी से पहले शातिरों ने कैमरों से भी छेड़छाड़ की गई। चोरी का पता चलने पर गार्ड द्वारा पीछा किया गया, लेकिन तब तक वे दीवार फांद कर निकल गए। चोरों की संख्या चार बताई जा रही है, इनमें दो की भागते हुए पहचान कर ली गई। गार्ड ने करवड़ थाने में इसकी रिपोर्ट दी है। करवड़ थाना पुलिस ने बताया कि आइआइटी परिसर में बुधवार की रात तैनात गार्ड प्रयाग सिंह पुत्र भगवान सिंह ने रिपोर्ट दी है। इसमें बताया कि रात में वह एक अन्य गार्ड के साथ ड्यूटी पर था। चार चोरों को आइआइटी परिसर में घुस कर स्टोर व अन्य दरवाजों को तोड़ते देखा गया। उन्होंने कैमरों से छेड़छाड़ करते हुए उनका मुंह ऊपर की तरफ मोड़ दिया। चेक करने पर सही सलामत ताले मिले। मगर जब सुबह कैमरों की जांच की गई, तब पता लगा कि स्टोर रूम से काफी मात्रा में इलेक्ट्रिकल सामान चोर साथ ले गए। ड्यूटी पर तैनात गार्ड की द्व्रारा शोर मचाए जाने पर चारों चोर दीवार फांद कर भाग निकले। इसमें दो की पहचान भागते समय हनुमान सिंह व करण सिंह के रूप में की गई। घटना में करवड़ पुलिस थाने के एएसआइ हरेंद्र कुमार मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस चोरों को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि भरतपुर जिले में मेव बहुल गढ़ी मेवात (चोरगढ़ी) में वाहन चोरी और नकली सोने की ईंट बेचने के नाम पर पीढ़ियों से धंधा हो रहा है। यहां बच्चों को होश संभालते ही चोरी करने की चालें सिखाई जाती हैं। दो हजार से अधिक की आबादी वाले इस गांव में मात्र पांच लोग ही ग्रेजुएट हैं। पिछले दो दशक में मात्र दो लोगों की ही सरकारी नौकरी लगी है। राजस्थान ही नहीं उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा से वाहन चोरी कर अपने गांव में छिपाने व फिर फर्जी कागजात तैयार कर इन्हें बेचने का काम कई परिवार तो पीढ़ियों से कर रहे हैं। भरतपुर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई का कहना है कि पिछले कुछ समय से वाहन चोरी पर लगाम लगी है। पुलिस की सख्ती के बाद चोरगढ़ी के लोग वाहन चोरी के स्थान पर अब आनलाइन ठगी करने लगे हैं। पुलिस इन पर लगातार निगरानी रखती है, लेकिन फिर भी अन्य राज्यों के लोग कई बार इनके जाल में फंस जाते हैं।