देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी का होगा उद्धाटन, राजनाथ सिंह और गडकरी देखेंगे लडाकू विमानों की फ्लाईपास्ट

सिंह व गडकरी हवाई पट्टी पर लडाकू विमानों का फ्लाईपास्ट और एयरक्राफ्ट आपरेशन देखेंगे । इस दौरान एसयू-30 एमकेआई और जगुआर लडाकू विमानों का फ्लाईपास्ट होगा। वायुसेना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी मंगलवार शाम को ही दिल्ली से जैसलमेर पहुंच गए ।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 03:26 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 03:32 PM (IST)
देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी का होगा उद्धाटन, राजनाथ सिंह और गडकरी देखेंगे लडाकू विमानों की फ्लाईपास्ट
देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी का होगा उद्धाटन,

जागरण संवाददाता, जयपुर। देश की पहली आपातकालीन हवाई पट्टी का उद्धाटन बृहस्पतिवार को होगा । भारत-पाकिस्तान सीमा के निकट बाड़मेर-जालोर जिलों के बॉर्डर पर अगड़ावा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हवाई पट्टी का उद्धाटन करेंगे। उद्धाटन के बाद हवाई पट्टी पर लडाकू विमानों का ट्रायल होगा। सिंह व गडकरी हवाई पट्टी पर लडाकू विमानों का फ्लाईपास्ट और एयरक्राफ्ट आपरेशन देखेंगे। इस दौरान एसयू-30 एमकेआई और जगुआर लडाकू विमानों का फ्लाईपास्ट होगा।

वायुसेना, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी मंगलवार शाम को ही दिल्ली से जैसलमेर पहुंच गए। इन अधिकारियों ने जिला प्रशासन के अफसरों के साथ बुधवार को उद्धाटन समारोह की तैयारियां देखी। जानकारी के अनुसार सिंह व गडकरी बृहस्पतिवार को सुबह 8:30 बजे दिल्ली हवाई अड्डे से रवाना होकर अगड़वा आपातकालीन हवाई पट्टी पर उतरेंगे। करीब 11 बजे उद्धाटन समारोह होगा । इसके बाद दोनों मंत्री लड़ाकू विमानों की फ्लाईपास्ट और एयरक्राफ्ट आपरेशन देखेंगे।

दुनिया के कई देशों में बनी है इस तरह की हवाई पट्टी

जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग 925 ए पर भारतमाला परियोजनों के तहत 3 किलोमीटर की हवाई पट्टी बनाई गई है। 33 मीटर चौड़ाई की इस हवाई पट्टी के निर्माण में 32.95 करोड़ रुपए की लागत आई है। हवाई पट्टी के दोनों तरफ पार्किंग स्थल तैयार किया गया है,जिससे लैंडिंग के बाद विमानों को पार्क किया जा सके। इसके साथ ही 25 गुणा 65 मीटर की एटीसी प्लिंथ का दो मंजिला एटीसी केबिन का निर्माण किया गया हैं ।

हवाई पट्टी के पास 3:5 किलोमीटर लंबी और 7 मीटर चोड़ी सर्विस लेन भी बनाई गई है। इस हवाई पट्टी का उपयोग युद्ध अथवा किसी आपातस्थिति में ही किया जा सकेगा। पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर और आंध्रप्रदेश में भी इस तरह की हवाई पट्टी बनाई जा रही है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार सिंगापुर, फिनलैंड, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और ताइवान सहित कई देशों में राजमार्गों और एक्सप्रेस वे पर आपातस्थिति में विमानों को उतारने व उड़ान भरने के लिए इस तरह की हवाई पट्टी बनी हुई है। 

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