REET Exam: रीट परीक्षा में डमी परीक्षार्थी बिठाने और नकल कराने के आरोप में 12 गिरफ्तार

REET Exam राजस्थान में रीट परीक्षा में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बिठाने नकल और पेपर उपलब्ध कराने वाले तीन अलग-अलग रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है। इस मामले में 12 लोग गिरफ्तार किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 03:27 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 08:48 PM (IST)
REET Exam: रीट परीक्षा में डमी परीक्षार्थी बिठाने और नकल कराने के आरोप में 12 गिरफ्तार
रीट परीक्षा से पहले डमी अभ्यर्थी तैयार करते शिक्षक भंवरलाल विश्नोई गिरफ्तार। फोटो जागरण

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में रविवार को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बिठाने, नकल और पेपर उपलब्ध कराने वाले तीन अलग-अलग रैकेट का पुलिस ने खुलासा किया है। परीक्षा के दो दिन पहले तीन जिलों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक सरकारी स्कूल का शिक्षक, दो कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालक और पांच अन्य शामिल है। गिरफ्तार किए गए लोगों ने डमी परीक्षार्थी बिठाने या पेपर उपलब्ध या नकल कराने के बदले पांच से आठ लाख रुपये तक की वसूली मूल अभ्यर्थियों के परिजनों से की थी। जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक हवा सिंह घुमरिया ने बताया कि दौसा में रमेश मीणा, दशरथ सिंह, करण मीणा और सुमेर मीणा को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों ने कई अभ्यर्थियों से रकम की वसूली की थी। इनके पास से लग्जरी गाड़ी भी मिली है। इनके कब्जे से 5.80 लाख नकदी बरामद की गई है।

परीक्षा में पास कराने के बदले पांच लाख रुपये लेने की बात स्वीकारी

प्रारंभिक पूछताछ में चारों आरोपितों ने जयपुर के अभ्यर्थी राजेंद्र मीणा ने परीक्षा में पास कराने के बदले पांच लाख रुपये लेने की बात स्वीकारी है। जिन अन्य अभ्यर्थियों से पैसे लिए, उनके बारे में जानकारी की जा रही है। घुमरिया ने बताया कि शुक्रवार को सीकर में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। इन युवकों ने मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बिठाने के बदले पैसे लिए थे। कुछ अभ्यर्थियों से नकल कराने का वादा करते हुए वसूली की गई थी। पुलिस की जांच में गिरफ्तार किए गए हेमंत कुमार, सुरेश यादव आलोक मील के कब्जे से 50 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र और 14 हजार रुपये मिले हैं। गिरफ्तार किए गए हेमंत कुमार और सुरेश यादव सीकर शहर में कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालित करते हैं। इनका एक साथी आलोक ई-मित्र चलाता है । पुलिस ने बृहस्पतिवार को डूंगरपुर में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बिठाने के लिए सात लोगों से पैसे लेने के आरोप में सरकारी स्कूल के शिक्षक भंवर लाल सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय 31 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए रविवार को होने वाली रीट की परीक्षा के लिए करीब 23 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। चार हजार केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।

डूंगरपुर से शिक्षक गिरफ्तार

उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में रीट परीक्षा के दो दिन पहले डमी अभ्यर्थी तैयार करते एक शिक्षक को पुलिस ने डूंगरपुर से गिरफ्तार किया है। उसके कमरे की तलाशी में बारह लाख सत्रह हजार रुपये नकद तथा सात अभ्यर्थियों के एडमिशन कार्ड मिले हैं। शुक्रवार को अदालत में पेश शिक्षक को पुलिस रिमांड पर सौंपा गया है।पकड़ा गया आरोपित डूंगरपुर जिले के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय कड़वासफला-डूंका में सेवारत शिक्षक भंवरलाल विश्नोई है, जो मूल रूप से बाड़मेर जिले का है। वह आगामी 26 जुलाई को आयोजित होने वाली रीट (राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा) परीक्षा के लिए फर्जी अभ्यर्थी तैयार करने का काम कर रहा था। अभी तक हुई पूछताछ में पता चला है कि वह फर्जी परीक्षार्थी बिठाने के एवज में प्रत्येक अभ्यर्थी से पांच से आठ लाख रुपये ले रहा था। उसके कमरे की तलाशी ली तो वहां बारह लाख सत्रह हजार रुपये की नकदी के अलावा, फर्जी आधार कार्ड, रीट सहित अन्य कई प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़े दस्तावेज तथा कुछ ब्लैंक चेक बरामद किए। माना जा रहा है कि उक्त ब्लैंक चेक परीक्षार्थियों से लिए गए हैं। जिनकी जांच की जा रही है।

इस तरह हुई गिरफ्तारी

इस मामले में सीमलवाड़ा के पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल का कहना है पीठ कस्बे में एक काम्प्लेक्स में किराए से रहे शिक्षक की गतिविधि की जानकारी धंबोला थानाधिकारी रमेश कटारा मिली थी। उन्हें सूचना मिली थी कि बाड़मेर से कुछ अभ्यर्थी परीक्षा आयोजित होने से चार दिन पहले ही डूंगरपुर आ चुके हैं। जिनका संपर्क शिक्षक भंवरलाल विश्नोई से है। कई दिन पहले अभ्यर्थियों के डूंगरपुर आने के बाद शिक्षक से नजदीकी की सूचना पर शिक्षक भंवरलाल विश्नोई पर शक और गहराया। इस पर उसके कमरे पर दबिश दी गई। जब उसके कमरे की तलाशी ली तो 12.17 लाख रुपये की नकदी, साढ़े सात लाख रुपये के चेक, अलग-अलग नामों के आठ आधार कार्ड जिन पर शिक्षक भंवरलाल के फोटो लगे हुए थे, बरामद किए। इसके अलावा दस अभ्यर्थियों के आवेदन पत्र, अंकतालिका, ओएमआर शीट सहित अन्य कई संदिग्ध दस्तावेज मिले। जिनमें पटवारी भर्ती तथा उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा से जुड़े दस्तावेज भी थे। पुलिस ने आरोपित शिक्षक को भर्ती करते हुए उसके कमरे को सील कर दिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपित जिस काम्प्लेक्स में किराए पर कमरा ले रखा था, वहां निजी कालेज का है। जो रीट का सेंटर भी है। अभी तक हुई जांच से खुलासा हुआ है कि रीट सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने के एवज में वह पांच से आठ लाख रुपये लेता था। वह बनाए नकली दस्तावेजों के आधार पर अपने किसी दूसरे साथी को परीक्षा देने भेजता था।  

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