Mohan Bhagwat Jodhpur Visit: चार दिन के प्रवास पर जोधपुर पहुंचे सरसंघ चालक मोहन भागवत
Mohan Bhagwat Jodhpur Visit आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत चार दिन के प्रवास पर वीरवार को जोधपुर पहुंचे हैं। वे यहां संघ के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण समाज के विभिन्न गणमान्य व प्रबुद्ध जनों से संवाद संपर्क करेंगे।
जोधपुर, संवाद सूत्र। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघ चालक मोहन भागवत चार दिन के प्रवास पर वीरवार को जोधपुर पहुंच गए हैं। वे यहां संघ की शाखाओं के कार्य व कार्यकर्ताओं की देखरेख, विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा, कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण, समाज के विभिन्न गणमान्य व प्रबुद्ध जनों से संवाद संपर्क करेंगे। कोरोना काल के पश्चात यह पहला अवसर है, जब सरसंघ चालक जोधपुर आए हैं। जोधपुर पहुंचने पर सरसंघ चालक का स्वागत किया गया। प्रांत संघचालक हरदयाल वर्मा ने बताया कि 24 सितंबर से से विभिन्न बैठको का क्रम प्रारंभ होगा। सरसंघचालक मोहन भागवत अपने जोधपुर प्रवास में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ जोधपुर की प्रांत टोली, जागरण श्रेणी, संगठन श्रेणी, अनुसार प्रांतीय कार्यकर्ताओं की बैठक, प्रांत के सभी प्रचारकों की बैठक, महानगर के कार्यकर्ताओं का प्रबोधन, चयनित गणमान्य व्यक्तियों की संपर्क सूची से संवाद आदि करेंगे ।
इन बैठकों में कोरोना काल के पश्चात निर्देशित सावधानियों के साथ मैदान पर आरंभ हुई सभी शाखाओं की स्थिति, दूसरी लहर में प्रभावित समाज जनों को स्वयंसेवकों द्वारा आवश्यक संबल प्रदान कार्य, संभावित स्थिति पर कार्यकर्ता प्रशिक्षण, शाखाओं के विस्तार व शाखा कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण योजना व स्यवंसेवकों द्वारा चलाए जा रहे पर्यावरण, जल संरक्षण, वृक्षारोपण, सहित ग्राम विकास, कुटुंब प्रबोधन गौ संवर्धन के कार्यों पर चर्चा व समीक्षा प्रमुखता से रहेगी। प्रवास में सरसंघ चालक के साथ अभा बौद्धिक शिक्षण प्रमुख स्वांत रंजन राजस्थान क्षेत्र कार्यवाह हनुमान सिंह, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख श्रीवर्धन, क्षेत्र सह प्रचार प्रमुख मनोज कुमार, सहित प्रांत के कार्यवाह, सह कार्यवाह, प्रचारक उपस्थित रहेंगे। इससे पहले गत दिनों उदयपुर में सरसंघ चालक ने कहा था कि व्यक्ति निर्माण का कार्य संघ का लक्ष्य है। व्यक्ति निर्माण से समाज निर्माण, समाज निर्माण से देश निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि जो स्वयंसेवक अन्यान्य क्षेत्र में स्वायत्त रूप से कार्य कर रहे हैं, मात्र उन्हें देख कर ही संघ के प्रति किसी तरह की धारणा नहीं बनाई जा सकती। संघ विश्व बंधुत्व की भावना से कार्य करता है। संघ के लिए समस्त विश्व अपना है।